बैठक में विश्व में हिन्दू सेवा और संस्कृति के फैलाव पर जोर, हिंदू संस्कृति को बताया विश्व शांति के लिए महत्वपूर्ण

“वसुधैव कुटुम्बकम“  सोच भारत को विश्वगुरु बनाती है : पवन जिंदल

भारत में ही अध्यात्म और सेवा का वास्तविक भाव है : गुणवंत सिंह

चंडीगढ़,  2 अगस्त। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रेरित एवं हिंदू जीवन मूल्यों को दुनिया के सामने लाने के उद्देश्य से गठित हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान (एचएसएसएफ) की प्रांतीय कार्यकर्ता वार्षिक योजना बैठक शुक्रवार को गुरुग्राम के सोहना चौक स्थित सिद्धेश्वर पब्लिक स्कूल के सभागार में हुई। संघ के क्षेत्रीय संघचालक पवन जिंदल और प्रांत संघचालक प्रताप सिंह की उपस्थिति और संस्थान के प्रांत अध्यक्ष विनोद शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में आगामी साल भर के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई।

संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्रचारक गुणवंत सिंह भी बैठक में विशेष रूप से उपस्थित रहे। यहां एचएसएसएफ के प्रांत अध्यक्ष विनोद शर्मा, संरक्षण राकेश अग्रवाल, सचिव राजीव गुप्ता ने नव नियुक्त पदाधिकारियों की घोषणा भी की। बैठक में जहां हरियाणा प्रदेश में संगठन विस्तार पर चर्चा हुई, वहीं मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद पवन जिंदल और गुणवंत सिंह ने विश्व में हिन्दू सेवा और संस्कृति के फैलाव पर बल दिया तथा सनातन संस्कृति को विश्व शांति के लिए अति महत्वपूर्ण बताया।

वन जिंदल ने कहा कि “भारत देश महापुरुषों की भूमि है। इसकी संस्कृति, विचारधारा और आध्यात्मिक शक्ति को कोई भी शक्ति पराजित नहीं कर सकती। भारत की सोच  ’वसुधैव कुटुम्बकम उसे विश्वगुरु बनाती है। उन्होंने संगठन के कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की और कार्यकर्ताओं को निस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित किया।

बैठक के मुख्य वक्ता एवं राष्ट्रीय संयोजक गुणवंत सिंह ने अपने ओजस्वी भाषण में एचएसएसएफ एवं आईएमसीटीएफ की मूल भावना, कार्य-क्षेत्र, सिद्धांत एवं सेवा मेला जैसी पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “भारत ही एक ऐसा देश है जहां पेड़-पौधों, नदियों, पशु-पक्षियों, गुरु-जन एवं माता-पिता तक की वंदना होती है। यही अध्यात्म और सेवा का वास्तविक भाव है।“ उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे छह थीम्स  आचार्य वंदन, मातृ-पितृ वंदन, पर्यावरण वंदन, वन्य जीव वंदन, संस्कृति संरक्षण, और समाज सेवा पर गहराई से कार्य करें।

इसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हरियाणा प्रांत संपर्क प्रमुख प्रदीप शर्मा ने संघ के शताब्दी वर्ष पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा साझा की और कार्यकर्ताओं को उसमें सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। अंत में कार्यक्रम के समापन अवसर पर अध्यक्ष विनोद शर्मा ने सभी अतिथियों, वक्ताओं एवं कार्यकर्ताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।

गुरुग्राम इकाई प्रमुख वीना गुरई एवं सह प्रमुख अंजू जोशी ने ‘वंदे मातरम’ के सामूहिक गान के साथ बैठक का विधिवत समापन किया। बैठक का शुभारंभ भारत माता और संघ की महान विभूतियों के चित्रों पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। प्रारंभ में प्रदेश अध्यक्ष विनोद शर्मा ने सभी आगंतुकों का आत्मीय स्वागत किया एवं संगठन की भावना को साझा किया। प्रदेश महासचिव राजीव गुप्ता ने संगठन की संरचना, उद्देश्य, कार्य पद्धति एवं भावी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।

इसके पश्चात संगठन की गतिविधियों पर आधारित एक भावपूर्ण प्रेरणादायक वीडियो का प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदर्शन किया गया, जिसे देखकर सभी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ। संगठन के संरक्षक राकेश अग्रवाल ने अधिक से अधिक लोगों को संगठन से जोड़ने का आह्वान किया।

हरियाणा इकाई के पदाधिकारियों की घोषणा
 हरियाणा प्रांत की नई इकाई की औपचारिक घोषणा की गई। इस दौरान विनोद शर्मा को प्रांतीय अध्यक्ष, राजीव गुप्ता, महासचिव, राम अवतार गर्ग (बिट्टू) , पुरनचंद यादव और नरोत्तम वत्स को प्रांतीय उपाध्यक्ष के दायित्व दिए गए। नरेश शर्मा को प्रांतीय कोषाध्यक्ष, प्रदीप शर्मा को प्रांतीय पलक एवं राकेश अग्रवाल को प्रांतीय संरक्षक का दायित्व दिया गया।
इसके साथ ही हरियाणा के 6 जिलों गुरुग्राम, सोनीपत, जींद, पंचकूला, रोहतक, एवं फरीदाबाद  में जिला इकाइयों की घोषणा भी की गई। गुरुग्राम इकाई में वीना गुरई को प्रमुख एवं अंजू जोशी को सह प्रमुख, सोनीपत में अशोक शर्मा तथा जींद में संजीत शर्मा को प्रमुख का दायित्व सौंपा गया। सभी नव नियुक्त कार्यकर्ताओं का करतल ध्वनि से स्वागत हुआ।

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