कांग्रेस सांसद का आरोप – 700 करोड़ के टैबलेट बनकर रह गए खिलौना, सरकार की नाकामी उजागर
चंडीगढ़, 3 अगस्त। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार पर कोविड काल में शिक्षा के नाम पर बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 700 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे गए पांच लाख टैबलेट आज बंद पड़े हैं और विद्यार्थियों के किसी काम नहीं आ रहे, जिससे यह पूरी योजना केवल “खिलौना वितरण” बनकर रह गई है।
मीडिया को जारी अपने बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि यह टैब योजना पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में शुरू की गई थी, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है। उनके अनुसार, टैबलेट न सिम से जुड़े हैं, न नेट से, और न ही उनका डाटा अपडेट किया गया है। जिन बच्चों को यह टैब दिए गए थे, उन्हें इनका कोई लाभ नहीं मिल पाया।
‘सिर्फ दिखावे की योजना, बिना आधारभूत ढांचे के टैब बांटे गए’
सैलजा ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह योजनाएं लागू करते समय ज़मीनी सच्चाई पर ध्यान नहीं देती। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में बिजली और इंटरनेट की सुविधा तक नहीं है, वहां महज़ दिखावे के लिए टैब वितरित किए गए। कई स्थानों पर दुरुपयोग का हवाला देकर टैब वापस भी ले लिए गए, जबकि दुरुपयोग की घटनाएं गिनी-चुनी थीं।
उन्होंने कहा, “आज जब शैक्षणिक सत्र 2025-26 शुरू हो चुका है, तब भी ये टैबलेट विद्यार्थियों को नहीं दिए गए। संभवतः ये किसी कोने में धूल फांक रहे हैं।”
‘भ्रष्टाचार की बू आ रही है’
कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि सेंट्रलाइज्ड परचेजिंग सिस्टम के जरिए सरकार ने खुद भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। उन्होंने मांग की कि टैब घोटाले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जिन अधिकारियों ने विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दे सरकार
कुमारी सैलजा ने यह भी कहा कि सरकार को सबसे पहले स्कूलों के आधारभूत ढांचे को मजबूत करना चाहिए — जैसे कि बिजली, पानी, शौचालय और इंटरनेट की सुविधा। उन्होंने सुझाव दिया कि टैबलेट अगर तकनीकी रूप से खराब हैं तो उन्हें ठीक करवाकर सिम और नेट सुविधा के साथ फिर से विद्यार्थियों को वितरित किया जाना चाहिए।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “या फिर सरकार ने मान ही लिया है कि 700 करोड़ रुपये पानी में चले गए?”