जलभराव से 9 मौतों के बाद सरकार की तुलना पर फूटा गुस्सा, बोले–गुरुग्राम को चाहिए समाधान, न कि बहाने

गुरुग्राम, 05 अगस्त 2025 – भारी बारिश के बाद जलभराव और करंट लगने से 9 लोगों व दो गोवंश की मौत के बावजूद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा दिया गया यह बयान—“अमेरिका के कैलिफोर्निया में भी बरसात में घर बह जाते हैं”—अब तीखी आलोचना का कारण बन गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने इस बयान को आम जनता के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा करार दिया।
गुरुग्राम से सरकार को 50% से अधिक राजस्व, फिर भी हालात बदतर
सिंह ने कहा, “गुरुग्राम प्रदेश की आर्थिक रीढ़ है, लेकिन सरकार के लिए इसकी समस्याएं प्राथमिकता में नहीं हैं। सैकड़ों करोड़ रुपये ड्रेनेज सिस्टम व नालों की सफाई पर खर्च हुए, फिर भी जलभराव की भयावह स्थिति सामने आई।”

उन्होंने यह भी बताया कि 9,000 करोड़ की लागत से बना द्वारका एक्सप्रेसवे, साथ ही गोल्फ कोर्स रोड, DLF सहित कई पॉश इलाके जलमग्न हो गए। इन इलाकों में 50–100 करोड़ रुपये तक के फ्लैट हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाएं नहीं।
“कैलिफोर्निया नहीं, गुरुग्राम की बात करें मुख्यमंत्री”
सिंह ने मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “जनता को अमेरिका की मिसालें नहीं, ज़मीनी समाधान चाहिए। बहानेबाज़ी से समस्याएं नहीं सुलझेंगी।”

उन्होंने चेताया कि जनता अब जवाबदेही और पारदर्शिता चाहती है। मुख्यमंत्री को चाहिए कि वे गुरुग्राम को सच में “विश्वस्तरीय” बनाने के लिए ठोस योजनाएं लागू करें।
???? चौधरी संतोख सिंह की मुख्य माँगें ????
- गुरुग्राम के लिए दीर्घकालिक जल निकासी योजना बनाई जाए।
- सफाई और ड्रेनेज बजट के पारदर्शी उपयोग की जानकारी जनता को दी जाए।
- लापरवाह अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए।
- सड़कों, नालों व सीवरेज की सप्ताहिक निगरानी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।
“जब तक बारिश में गुरुग्राम की सड़कें जलमग्न होती रहेंगी, तब तक ‘विश्वस्तरीय शहर’ का दावा खोखला है।”
– चौधरी संतोख सिंह