BLO पर्यवेक्षकों, EROs और AEROs को भी मिलेगा संशोधित मानदेय

चंडीगढ़, 04 अगस्त — हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री ए. श्रीनिवास ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत निर्वाचन आयोग देश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव संपन्न कराने के अपने दायित्व को पूरी गंभीरता से निभा रहा है। इसी कड़ी में आयोग द्वारा अहम भूमिका निभाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को समुचित सम्मान देने और उनके परिश्रम का उचित प्रतिफल सुनिश्चित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए बूथ लेवल अधिकारियों के वार्षिक पारिश्रमिक को दोगुना किया गया है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाता सूची लोकतंत्र की आधारशिला होती है। इसकी शुद्धता सुनिश्चित करने में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, BLO पर्यवेक्षक और बूथ लेवल अधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ये अधिकारी चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और सटीक बनाए रखने के लिए जमीनी स्तर पर अथक मेहनत करते हैं।

उन्होंने बताया कि आयोग ने बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) के वार्षिक पारिश्रमिक को 6 हजार रुपये से बढ़ाकर 12 हजार रुपये, मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य में भाग लेने वाले BLOs को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को 1 हजार से बढ़ाकर 2 हजार रुपये, BLO पर्यवेक्षकों के पारिश्रमिक में भी संशोधन करते हुए 12 हजार रुपये से बढ़ाकर 18 हजार रुपये वार्षिक कर दिया गया है। इसी प्रकार, पहली बार आयोग ने निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों और सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के लिए भी मानदेय निर्धारित किया है, जिसमें EROs को 30 हजार रुपये तथा AEROs को 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। श्री निवासन ने बताया कि यह संशोधन वर्ष 2015 के बाद पहली बार किया गया है।

इसके अलावा, आयोग ने बिहार से प्रारंभ होने वाले विशेष गहन पुनरीक्षण के लिए BLOs हेतु 6 हजार रुपये के विशेष प्रोत्साहन को भी मंजूरी दी थी।

श्री ए श्रीनिवास ने बताया कि यह निर्णय निर्वाचन आयोग की उन चुनाव कमियों को पर्याप्त मुआवजा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है जो सटीक मतदाता सूची बनाए रखने, मतदाताओं की सहायता करने और चुनावी प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए क्षेत्र स्तर पर अथक परिश्रम करते हैं।

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