
दिल्ली, 5 अगस्त 2025 – दिल्ली में आयोजित हिमालयन कॉन्क्लेव – एवेरेस्ट समिट 3.0 का भव्य आयोजन i3 फाउंडेशन द्वारा सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस प्रतिष्ठित मंच पर देशभर से आए पर्वतारोहियों, साहसिक खेलों से जुड़े युवाओं और पर्वत प्रेमियों की उपस्थिति में भारत की जानी-मानी पर्वतारोही रीना भट्टी (Reena Bhatti) को उनके अद्वितीय पर्वतारोहण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
सम्मेलन में देश के कोने-कोने से विभिन्न आयु वर्ग के पर्वतारोही शामिल हुए — 16 वर्ष के युवा से लेकर 60 से अधिक आयु के अनुभवी पर्वतारोही तक। इस अवसर पर पर्वतारोहण की चुनौतियों, अनुभवों और उससे जुड़े प्रेरणादायक किस्सों को साझा किया गया। यह सम्मेलन एक ऐसी अनूठी पहल साबित हुआ, जिसने हिमालय को केवल एक भौगोलिक इकाई नहीं, बल्कि आत्मा को तपाकर गढ़ने वाली साधना के रूप में प्रस्तुत किया।

सम्मान प्राप्त करने के उपरांत रीना भट्टी ने अपने प्रेरणादायक अनुभव साझा करते हुए कहा, “पर्वतारोहण सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि आत्म-अनुशासन, धैर्य और संकल्प की परीक्षा है। यह मंच युवाओं के लिए एक मजबूत संदेश है कि कठिनाइयाँ चाहे जितनी भी हों, यदि इरादे मजबूत हों तो हर शिखर संभव है।”

कार्यक्रम के दौरान आयोजित पैनल चर्चाओं में ऊंचाई वाले अभियानों की असल चुनौतियाँ, अनुभव और पर्वतों की गोद में बदली जीवन यात्राओं पर चर्चा हुई। वक्ताओं ने बताया कि पर्वतों की खामोशी के पीछे अद्भुत कहानियाँ छिपी होती हैं, जो शब्दों के माध्यम से जीवंत हुईं।
इस आयोजन को सफल बनाने में i3 फाउंडेशन की भूमिका सराहनीय रही। फाउंडेशन के प्रमुख राजीव सर द्वारा दिखाई गई दूरदृष्टि और समर्पण ने इस सम्मेलन को यादगार बना दिया। कार्यक्रम के समापन पर रीना भट्टी ने आयोजकों को भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं और कहा कि “ऐसे सम्मेलन न केवल पर्वतारोहण को बढ़ावा देते हैं, बल्कि समूचे राष्ट्र में साहस, प्रेरणा और एकता का संचार करते हैं।”