
यमुनानगर, 7 अगस्त 2025 – हरियाणा में आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों का इलाज गंभीर संकट में है। राज्य सरकार द्वारा निजी अस्पतालों के बकाया भुगतान में देरी के चलते इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) हरियाणा ने नाराज़गी जताई है। IMA के पदाधिकारियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बार-बार चेतावनी देने के बावजूद न तो बकाया भुगतान किया गया और न ही सरकार की ओर से कोई सार्थक वार्ता हुई।
IMA हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. महावीर पी जैन, पूर्व अध्यक्ष डॉ. अजय महाजन, आयुष्मान चेयरपर्सन डॉ. सुरेश अरोड़ा और सचिव डॉ. धीरेन्द्र के सोनी ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार ने 245 करोड़ रुपये की देनदारी में से सिर्फ 175 करोड़ ही जारी किए हैं। बाकी बचा 70 करोड़ रुपये का भुगतान आज तक नहीं हुआ है। प्रदेशभर में 490 से अधिक निजी अस्पतालों पर इसका असर पड़ रहा है।
IMA ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया तो राज्यभर के निजी अस्पताल आयुष्मान योजना के अंतर्गत मरीजों का इलाज बंद करने को विवश होंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि MOU के तहत कार्य करते हुए अस्पतालों ने सेवाएं दी हैं, लेकिन जब सरकार ही समय पर भुगतान नहीं करती, तो अस्पतालों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डालना उचित नहीं।
एसोसिएशन ने सरकार से स्पष्ट मांग की है कि भुगतान संबंधित सभी मामलों पर तुरंत बैठक कर समाधान निकाला जाए और अस्पतालों को राहत दी जाए। IMA ने स्वास्थ्य मंत्री और संबंधित अधिकारियों को स्मरण पत्र भी भेजा है, जिसमें जल्द निर्णय लेने की मांग की गई है।
अगर सरकार ने 7 अगस्त की रात तक सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो प्रदेश भर के निजी अस्पताल आयुष्मान योजना से हटने पर विवश होंगे।