
आरटीआई एक्टिविस्ट बोले — SIT जांच में फर्जी वोटर कार्ड और दस्तावेज़ सामने आए; हुड्डा खेमे पर नियुक्ति में समर्थन देने का आरोप
गुरुग्राम। आरटीआई एक्टिविस्ट O.P. कटारिया ने पूर्व हरियाणा मंत्री सुखबीर कटारिया पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि गुरुग्राम न्यायालय में उनके खिलाफ फर्जी वोटर कार्ड से जुड़े 100 से अधिक मुकदमे लंबित हैं, लेकिन इसके बावजूद उनके पुत्र निशित कटारिया को हरियाणा युवा कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया।

कटारिया के मुताबिक, वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर फर्जी वोटर कार्ड तैयार कर उनका इस्तेमाल किया गया। “आरटीआई से मिले दस्तावेज़ और निर्वाचन रिकॉर्ड बताते हैं कि कई वोटर कार्ड और Form-6 फर्जी हैं। SIT की जांच में यह सामने आया और फोर्जरी के कई मामले दर्ज हुए,” उन्होंने कहा।

O.P. कटारिया का आरोप है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने निशित कटारिया की नियुक्ति में सक्रिय समर्थन दिया, जबकि मामले की गंभीरता और लंबित मुकदमों को नज़रअंदाज़ किया गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि फर्जी वोट बनवाने के लिए न केवल अन्य व्यक्तियों के नाम और पते का इस्तेमाल किया गया, बल्कि पिता-पुत्र के नाम-पते में भी हेरफेर की गई।
“मेरे पास सारे सबूत मौजूद हैं — आरटीआई की प्रतियां, फर्जी वोटर कार्ड, Form-6 के नमूने, FIR और कोर्ट केस के दस्तावेज़। राहुल गांधी जी अगर सिर्फ 5 मिनट समय दें, तो मैं ये सबूत दिखाकर बता सकता हूँ कि यह मामला लोकतंत्र के लिए कितना गंभीर खतरा है,” कटारिया ने कहा।
उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के मामलों को नज़रअंदाज़ करना कांग्रेस के फर्जी वोटर कार्ड के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है और जनता के भरोसे को कमजोर करता है।