8 महीनों में दो बार कलेक्टर रेट बढ़ाना सरकार का तानाशाही एवं जनविरोधी निर्णय हैं

गुरुग्राम में पिछले पाँच सालों में सबसे ज़्यादा 50 प्रतिशत से 250 प्रतिशत तक कलेक्टर रेट बढ़ाया है।

बढ़ाए गए कलेक्टर रेट वापस ले सरकार

गुरुग्राम, 11 अगस्त 2025: संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने हरियाणा सरकार द्वारा कलेक्टर रेट में की गई बेतहाशा वृद्धि की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि पिछले 8 महीनों में दो बार कलेक्टर रेट में 10% से 145% तक की वृद्धि, जो कुछ मामलों में ढाई गुना तक है, सरकार की तानाशाही और आर्थिक कुप्रबंधन का स्पष्ट प्रमाण है। यह निर्णय जनता से बिना किसी संवाद या तर्कपूर्ण आधार के लिया गया है, जो गरीब और मध्यम वर्ग के हितों के खिलाफ है।

चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि गुरुग्राम में पिछले पांच वर्षों में सरकार ने प्लॉट, मकान, फ्लैट, वाणिज्यिक संपत्ति, दुकान और खेती की जमीन के कलेक्टर रेट में 50% से 250% तक की वृद्धि की है। हाल ही में दिसंबर 2024 में कलेक्टर रेट बढ़ाएं गए थे और उसके बाद अब फिर से 8-9 महीनों के भीतर दोबारा कलेक्टर रेट बढ़ाए गए हैं। यह कदम जनता की आर्थिक स्थिति को और कमजोर करेगा।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा हाल ही में लागू किए गए नए कलेक्टर रेट से आम जनता, विशेषकर गरीब और मध्यम वर्ग पर भारी आर्थिक बोझ पड़ेगा। उन्होंने इस वृद्धि को जनविरोधी और तानाशाही भरा कदम करार दिया है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर रेट में वृद्धि से संपत्ति की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे आम आदमी को अपना मकान बनाने का सपना टूट जाएगा। कलेक्टर रेट में बेतहाशा वृद्धि के कारण स्टांप ड्यूटी और संपत्ति रजिस्ट्रेशन शुल्क में भारी बढ़ोतरी से सबसे ज़्यादा आम आदमी प्रभावित होगा। उन्होंने सरकार से माँग की कि कलेक्टर रेट में की गई इस बेतहाशा वृद्धि को तुरंत वापस लिया जाए और जनता के हितों को ध्यान में रखकर पारदर्शी नीति बनाई जाए।

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