निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने निगम की कार्य योजनाओं के बारे में दी विस्तार से जानकारी, प्रतिनिधियों ने दिए कई महत्वपूर्ण सुझाव
गुरुग्राम, 19 अगस्त। नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया से मंगलवार को यूनाइटिड गुरुग्राम आरडब्ल्यूए (यूजीआर) के पदाधिकारियों ने निगम कार्यालय में मुलाकात की। बैठक में शहर की सफाई व्यवस्था, कचरा प्रबंधन, स्ट्रीट लाइट, सडक़, सीवरेज, पार्क रखरखाव सहित कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त रविन्द्र यादव सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
बैठक के दौरान निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने निगम की आगामी कार्ययोजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि घर-घर से कचरा एकत्रित करने का टेंडर प्रक्रिया में है और इसे जल्द ही लागू किया जाएगा। इस प्रणाली के शुरू होने से गुरुग्राम में सफाई व्यवस्था और भी प्रभावी हो जाएगी। इसी तरह सडक़ों और गलियों की सफाई का टेंडर भी प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि नगर निगम ने स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मिशन मोड में काम शुरू कर दिया है और दीपावली से पहले पूरे शहर को रोशनी से जगमग बना दिया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि निगम का लक्ष्य स्वच्छ, सुंदर, हरित और प्रकाशमय गुरुग्राम का निर्माण करना है।
बरसात के दौरान निगम टीमों की त्वरित कार्रवाई का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार जल निकासी की स्थिति बेहतर रही है। साथ ही निगम सेंट्रल स्टोर की स्थापना कर रहा है, जिससे रखरखाव कार्य और तेज़ी से हो सकेंगे। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधीन आने वाले मार्केट क्षेत्र अब नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आ गए हैं, जहां पर विकास कार्य जल्द ही शुरू होंगे।
बैठक में यूजीआर प्रतिनिधियों ने पार्क रखरखाव शुल्क बढ़ाने का सुझाव रखा। इस पर निगमायुक्त ने कहा कि इस संबंध में लिखित प्रस्ताव भेजा जाए, जिस पर विचार किया जाएगा। इसके अतिरिक्त निगमायुक्त ने बताया कि बागवानी कचरे के बेहतर प्रबंधन के लिए नगर निगम एक प्लांट स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है। आरडब्ल्यूए और सोसायटी प्रतिनिधि अपने क्षेत्रों से निकलने वाला बागवानी कचरा उक्त प्लांट तक पहुंचाएंगे, जहां उसका बेहतर तरीके से प्रबंधन किया जाएगा।
ठोस कचरा प्रबंधन पर चर्चा के दौरान निगमायुक्त ने कहा कि जो आरडब्ल्यूए या सोसायटी अपने स्तर पर कचरा प्रबंधन करना चाहती हैं, वे स्वयं को बल्क वेस्ट जनरेटर घोषित करें। ऐसी सोसायटियों से नगर निगम कोई कचरा शुल्क नहीं लेगा। यह बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई और दोनों पक्षों ने शहर को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प दोहराया।