किसानों ने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद अब आंदोलन की जरूरत नहीं है।।
आचार संहिता खत्म होते ही हल हो जाएगी पानी की समस्या।।

ऐलनाबाद।। गांव शेरावाली डिस्ट्रीब्यूटरी के टेल पर किशनपुरा के पास चल रहा किसानों का धरना मंगलवार को मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि आचार संहिता हटने के तुरंत बाद पेयजल और सिंचाई की समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा।
गांव कर्मशाना, ढाणी शेरा, मिठनपुरा, किशनपुरा, खारी सुरेरा और नीमला गांव के किसान पेयजल और सिंचाई के पानी की समस्या को लेकर पिछले 3 महीने से धरने पर बैठे थे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता जगदीश चोपड़ा, भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश सचिव निताशा राकेश सिहाग और रमेश भादू के नेतृत्व में इन गांवों के किसानों ने मुख्यमंत्री से सोमवार को चण्डीगढ़ में मुलाकात की थी।।
मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वासन दिया था कि फिलहाल जिले में आचार संहिता लगी हुई है, उसकी एक मर्यादा है।
लेकिन आचार संहिता खत्म होते ही सीएम अनाउंसमेंट के मुताबिक पेयजल और सिंचाई के पानी की समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री से मिलने के बाद उपरोक्त गांवों के किसानों ने जगदीश चोपड़ा के साथ वर्चुअल उपस्थिति में धरना समाप्त कर दिया। किसान नेता रमेश सहारण ने बताया कि जिस तरह से मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सालों साल की लंबित मांग पूरी की है, इलाका वासी इसके लिए सदैव आभारी रहेंगे। ढाणी शेरा के सरपंच नत्थू राम किशनपुरा से सरपंच प्रतिनिधि प्रताप सोलंकी ने बताया कि चार दशक से यहां के ग्रामीण पेयजल के लिए तरस रहे हैं। भाजपा नेत्री निताशा सिहाग ने कहा कि विभिन्न दलों की सरकारी रही और यहां के ग्रामीणों ने प्रत्येक नेता के समक्ष मांगे उठाई मगर किसी ने सुनवाई नहीं की थी। ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सबका साथ सबका विकास नीति के तहत ऐलनाबाद क्षेत्र के लोगों को जो सौगात दी है, उसके लिए हम आभार प्रकट करते हैं।