Tag: हेमेन्द्र क्षीरसागर पत्रकार

भारत: हिन्दुस्थान से हिन्दुस्तान तक

हेमेन्द्र क्षीरसागर, पत्रकार, लेखक व स्तंभकार प्राचीनकाल से भारतभूमि के अलग-अलग नाम रहे हैं। मसलन जम्बूद्वीप, भारतखण्ड, हिमवर्ष, अजनाभवर्ष, आर्यावर्त, हिन्द, हिन्दुस्तान भारत और इंडिया सोने की चिड़िया, भारतवर्ष ऐसे…

संविधान दिवस विशेष…… संविधान : भारतीय जीवन दर्शन का ग्रंथ

हेमेन्द्र क्षीरसागर, पत्रकार, लेखक व स्तंभकार भारत रत्न, डां भीम राव रामजी अंबेडकर भारतीय संविधान के जनक और मुख्य वास्तुकार थे। उन्हें 1947 में संविधान मसौदा समिति का अध्यक्ष नियुक्त…

भारत भूमि सुजलाम, सुफलाम रही :  मोहन भागवत 

हेमेन्द्र क्षीरसागर, पत्रकार, लेखक व स्तंभकार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक डां मोहन भागवत संघ की दृष्टि से महाकौशल प्रांत के जबलपुर का प्रवास काफी मायनों में अहम…

सरदार पटेल : कश्मीर भारत के लिए समस्या नहीं गौरव 

हेमेन्द्र क्षीरसागर, पत्रकार, लेखक व स्तंभकार गुजरात के खेड़ा जिले में एक किसान परिवार में 31 अक्टूबर 1875 को जन्मे भारत के लौह पुरुष और पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ…

गणेश शंकर विद्यार्थी: कलम की ताकत से अंग्रेजों की नीव हिला दी

(हेमेन्द्र क्षीरसागर, पत्रकार, लेखक व स्तंभकार) अपनी बेबाकी और अलग अंदाज से दूसरों के मुंह पर ताला लगाना एक बेहद मुश्किल काम होता है। कलम की ताकत हमेशा से ही…

जल से ही पृथ्वी पर हमारा अस्तित्व हैं

हेमेन्द्र क्षीरसागर………….. पत्रकार व स्तंभकार हमारी पृथ्वी का ​एक तिहाई हिस्सा जल से घिरा हुआ है। इसके बावजूद भी जगह जगह पर लोग पानी की समस्या से परेशान हैं। कई…

आजाद हिंद फौज ने पहली बार फहराया राष्ट्रीय ध्वज

(21 अक्टूबर आजाद हिंद फौज स्थापना दिवस विशेषालेख) हेमेन्द्र क्षीरसागर, लेखक, पत्रकार व विचारक 1921-1941 में पूर्ण स्वतंत्रता के लिए अपने रुख के कारण नेताजी सुभाष चंद्र बोस को विभिन्न…

बालाघाट में 60 वर्षों से पानीपत का दशहरा

40 किलो मुकुटधारी हनुमान का अवतरण हेमेन्द्र क्षीरसागर, लेखक, पत्रकार व विचारक मां दुर्गा और प्रभु श्री राम की असीम कृपा से मध्यप्रदेश के हृदय स्थल बालाघाट में विगत 60…

वीर सावरकर: एक क्रांतिकारी, दो आजीवन करावास

हेमेन्द्र क्षीरसागर, पत्रकार, लेखक व विचारक 28 मई 1883 को मुंबई में अवतरित भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के अग्रिम पंक्ति के सेनानी और प्रखर राष्ट्रवादी नेता स्वातंत्र्यवीर, विनायक दामोदर सावरकर को…

तालाबंदी में याद आया मेरा गांव, मेरा देश

हेमेन्द्र क्षीरसागर पत्रकार, लेखक व विचारक दरअसल, बड़ी सहज सी बात है सकारात्मक और नकारात्मक दो पहलु जीवन के अहम हिस्से है। सकारात्मकता से बड़े से बड़े दुख हर लिए…