Tag: कैप्टन सुमीत सबरवाल

“टेकऑफ से पहले अंत: 242 ज़िंदगियाँ और एक सवालों से भरा आसमान”

“ड्रीमलाइनर या डेथलाइनर?: जब उड़ान ही आख़िरी सफर बन गई” “हादसे की ऊँचाई से गिरते सवाल: अहमदाबाद की एक दोपहर” -प्रियंका सौरभ अहमदाबाद की सुबह सामान्य थी। लोग अपनी-अपनी दिनचर्या…