Category: साहित्य

कमलेश भारतीय के जन्मदिन पर विशेष

-प्रेम जनमेजयसंपादक-व्यंग्य यात्रा कमलेश भारतीय की रचनात्मक यात्रा का लगभग आधी सदी से साक्षी हूँ। एक रचनाधर्मी यात्री के रूप में सकारात्मक सोच और सामाजिक प्रतिबद्धता की उनकी यात्रा को…

अश्क जैसी जिजीविषा कहीं देखने को नहीं मिलती : भूमिका द्विवेदी अश्क

-कमलेश भारतीय हिंदी साहित्य के बड़े और लोकप्रिय साहित्यकार उपेंद्रनाथ अश्क जैसी जिजीविषा कहीं देखने को नहीं मिलती । उन्होंने जो भी लिखा बहुत शोध करने के बाद लिखा ।…

समय से संवाद करता ‘सत्यवान सौरभ’ का दोहा संग्रह ‘तितली है खामोश’

अमेजन, फ्लिपकार्ट और अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म पर उपलब्ध यह दोहा संग्रह कुछ आप बीती और कुछ जगबीती से परिपूर्ण है। यह वर्तमान समय से संवाद करता हुआ काव्य कहा जाए…

अट्टहास शिखर सम्मान 2020 से प्रेम जनमेजय होंगे सम्मानित

हिंदी व्यंग्य का विश्वविद्यालय कहे जाने वाले प्रेम जनमेजय को अट्टहास शिखर सम्मान – 2020 देने की घोषणा से हिंदी जगत ही नहीं विभिन्न विधाओं के रचनाधर्मी भी प्रसन्न हुए…

” पिता के अनुभव की हर कहानी एक- एक झुर्री में ढल रही है “

” बेटी ने पिता के संस्मरण का संपादन कर पुस्तक के रूप में दी अनुपम सौगात” ” सरिता शर्मा द्वारा सम्पादित पुस्तक “जीवन जो जिया ( मेरे पापा की कहानी…

लघुकथा…….हुस्न की मलिका

सुरेश वशिष्ठ पालकी का पर्दा उठाकर उसने हुस्न की मलिका को देखा। उसकी नजरें झुकी हुई थी और आँखों से आँसुुुुओं की धार बह रही थी। उसके यौवन की चमक…

भारत माता के हुआ, मन में आज मलाल, जनरल रावत-सा नहीं, जन्मे फिर से लाल ।।

सत्यवान सौरभ भारत माता के हुआ, मन में आज मलाल ।जनरल रावत-सा नहीं, जन्मे फिर से लाल ।।●●● लाज तिरंगें की रहे, बस इतना अरमान ।मरते दम तक मैं रखूँ,…