Category: साहित्य

लघु कहानी: मधुवंती

डा.सुरेश वशिष्ठ मधुवंती कब दिल में उतर गई पता ही नहीं चला। अधरों पर मुस्कान लिए टेढ़ी नजरों से निहारती हुई कब दिल में बैठ गई और कब प्रीत अंकुरण…

पत्रकारिता में जन सरोकार खत्म हो गये, अन्वेषण और शोध की परंपरा नहीं रही : पंकज चतुर्वेदी

कमलेश भारतीय आज सबसे दुख की बात यह है कि पत्रकारिता में जन सरोकार खत्म हो गये । पहले की तरह अन्वेषण और शोध की परंपरा भी नहीं रही ।…

सामाजिक चेतना को जागृत करती कहानियां

संगीता श्रीवास्तव सुमनछिंदवाड़ा मप्र कथाकार कमलेश भारतीय जी का सातवाँ कथा संग्रह “यह आम रास्ता नहीं है”, इंडियानेटबुक्स से प्रकाशित हुआ है | कुल 16 कहानियों और 122 पेज की…

गीली मिट्टी की सौंधी ख़ुशबू में संगीत लहरियां

कोरोना प्रावधानों के अंतर्गत सेक्टर 56 में आयोजित हुआ सार्वजनिक कार्यक्रम गुरुग्राम, 1 नवम्बर ( डॉ. अश्विनी शर्मा) : एक ओर जहां कोरोना काल के दौरान सभी सार्वजनिक आयोजनों पर…

मीन साहित्य संस्कृति व मीन की बहार आपके द्वार मंच ने काव्यांजलि के रूप में सरदार पटेल का जन्म दिवस मनाया

मीन साहित्य संस्कृति मंच व मीन की बहार आपके द्वार मंच बहादुरगढ़ झज्जर हरियाणा ने 31/10/2020 को राष्ट्रीय एकता दिवस /लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के जन्म दिवस…

आखिर क्यों बदल रहे हैं मनोभाव और टूट रहे परिवार ?

भौतिकवादी युग में एक-दूसरे की सुख-सुविधाओं की प्रतिस्पर्धा ने मन के रिश्तों को झुलसा दिया है. कच्चे से पक्के होते घरों की ऊँची दीवारों ने आपसी वार्तालाप को लुप्त कर…

कवि सम्मेलनों में लौटे कविता , यही ख्वाब है : लक्ष्मीशंकर वाजपेयी

-कमलेश भारतीय कवि सम्मेलनों के गिरते स्तर से बहुत दुख होता है । इसलिए यही ख्वाब है कि कवि सम्मेलनों में फिर से कविता लौट आए । इसी प्रकार कुछ…

लघुकथा : डा. सुरेश वशिष्ठ

सत्यकाम सत्यकाम हिन्दी के प्रवक्ता थे। ‘संघ लोक सेवा आयोग’ से परीक्षा उत्तीर्ण कर प्राचार्य हो गए। दिल्ली महानगर के सरकारी स्कूल में प्रिंसीपल। खुशी में अघाते नहीं थकते थे।…

काव्य पाठ एवं एकल गीत गायन प्रतियोगिता

हरियाणा कला परिषद के सहयोग से सुरुचि परिवार ने किया आयोजन हरियाणा कला परिषद के सहयोग से सुरुचि साहित्य कला परिवार द्वारा कविता पाठ एवं एकल गीत गायन प्रतियोगिता का…