Category: साहित्य

12 सितंबर – दादा-दादी दिवस…….दादा-दादी की भव्यता को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।

–डॉ सत्यवान सौरभ दादा-दादी बच्चों के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं, जिनके साथ वे अपने रहस्यों को खुलकर साझा कर सकते हैं। दादा-दादी भगवान का एक उपहार है जिसे हमें…

कविकुभ शब्दोत्सव…….. लेखक होने के लिए जरूरी है अस्वीकृति का दंश

विचार के साथ लोचन भी खुली रखिए तभी मिलेगी सफलता : लीलाधर जगूड़ीएक्टर यशपाल शर्मा ने प्रदान किये स्वयंसिद्धा सम्मान –कमलेश भारतीय प्रसिद्ध एक्टर यशपाल शर्मा ने देहरादून की संस्था…

व्यंग्य व्यथा : किस्सा हरफूल, मनफूल और एक खूंखार कुत्ते का ….

अजीत सिंह…………… पूर्व समाचार निदेशक, दूरदर्शन हिसार हरफूल सिंह और मनफूल सिंह को जूनियर बेसिक शिक्षक के रूप में हरियाणा के फतेहाबाद जिले में एक दूरदराज गांव के सरकारी स्कूल…

अध्यापक दिवस पर विशेष………… पिता की अभिलाषा

मूल लेखक अब्राहम लिंकन……….. अनुवादक अजीत सिंह, पूर्व समाचार निदेशक, दूरदर्शन हिसार। एक पिता जब अपने पुत्र को स्कूल में दाखिल करने जाता है तो वह कामना करता है कि…

जब रिश्ते हैं टूटते, होते विफल विधान।
गुरुवर तब सम्बल बने, होते बड़े महान।।

बच्चों के विकास में, शिक्षकों की आदर्श भूमिका सही मूल्यों और गुणों के प्रवर्तक और प्रेरक की होनी चाहिए। इस प्रकार, छात्रों को ज्ञान सीधे चम्मच खिलाने के बजाय, उन्हें…

भारतीय संस्कृति के संवाहक, शिक्षाविद डां राधाकृष्णन

5 सितंबर, शिक्षक दिवस विशेषालेख हेमेन्द्र क्षीरसागर………………विचारक व स्तंभकार तमिलनाडु के तिरुतनी गॉव में 5 सितंबर 1888 को साधारण परिवार में जन्में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षा को सामाजिक, आर्थिक और…

बच्चों को उनकी मातृभाषा में पढ़ाने की जरूरत

दुनिया में बोली जाने वाली प्रत्येक भाषा एक विशेष संस्कृति, माधुर्य, रंग का प्रतिनिधित्व करती है और एक संपत्ति है। कई मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और शैक्षिक प्रयोगों ने साबित किया कि…

आंदोलनों और विमर्शों से कुछ लोग चर्चित जरूर हुए

हरियाणा में साहित्य की बात बहुत ध्यान से सुनते हैं : नासिरा शर्मा -कमलेश भारतीय प्रसिद्ध लेखिका नासिरा शर्मा का कहना है कि चाहे कहानी आंदोलन रहे या फिर स्त्री…