अंबाला कैंट में 22 एकड़ भूमि में बन रहा शहीद स्मारक संभवतः अपनी तरह का पहला स्मारक होगा – अनिल विज

चंडीगढ़, 28 जुलाई- हरियाणा के अंबाला छावनी में प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम 1857 की क्रांन्ति के अनसंग असंख्य योद्धाओं व सेनानियों की याद में बनाया जा रहा ‘आजादी की पहली लड़ाई का शहीद स्मारक’ का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका हैं और अब स्मारक में आर्ट कार्य को शुरू किया जाएगा तथा इस स्मारक का उदघाटन आजादी अमृत महोत्सव वर्ष के दौरान ही किया जाएगा। इस स्मारक में 1857 की क्रांति के दौरान हुई घटनाओं को वर्चुअल तरीके से जींवत करते हुए आंगुतकों के ज्ञानवर्धन के लिए भी दर्शाया जाएगा।

यह जानकारी आज यहां हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज की अध्यक्षता में आयोजित ‘आजादी की पहली लड़ाई का शहीद स्मारक’ के संबंध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक के दौरान दी गई। उल्लेखनीय है कि यह शहीद स्मारक सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा स्थापित किया जा रहा हैं। यह शहीद स्मारक 22 एकड़ भूमि में स्थापित होगा।

आधुनिक तकनीक से लैस होगा शहीद स्मारक-विज

श्री विज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्मारक के कार्य में और गति लाई जाए ताकि यह स्मारक आगंतुकों के लिए जल्द शुरू हो सके। उन्होंने कहा कि यह शहीद स्मारक एक बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित होगा जो संभवतः देश का सबसे बड़ा व आधुनिक तकनीक से लैस शहीद स्मारक होगा। शहीद स्मारक को स्थापित करने के संबंध में इतिहास की पुख्ता वस्तुओं व कहानियों को दिखाने हेतू 1857 से संबंधित इतिहासकारों की एक कमेटी का गठन भी किया गया है, जिसमें वे अपने-अपने अध्ययन के अनुसार जो सुझाव दे रहे हैं, उन्हें स्मारक में विभिन्न कलाकृतियों, आर्ट, लाईट एंड साऊंड इत्यादि के माध्यम से आंगुतकों के ज्ञान के लिए दर्शाने हेतू सम्मिलित किया जा रहा है।

देश के जाने-माने स्क्रीप्ट राइटर अतुल तिवारी लिख रहे स्मारक की स्क्रीप्ट

बैठक के दौरान ‘आजादी की पहली लडाई का शहीद स्मारक’ के संबंध में एक पावरप्वांइट प्रस्तुति भी दिखाई गई जिसमें बताया गया कि इस शहीद स्मारक को बेहतरीन बनाने के लिए देश के जाने-माने स्क्रीप्ट राइटर अतुल तिवारी द्वारा 1857 के दौरान हुई विभिन्न घटनाओं की इंट्रोडक्टरी फिल्म हेतू स्क्रीप्ट व स्मारक की कांस्टिग को लिखा जा रहा हैं जिसमें वर्तमान हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों से जुडे अग्रणी लोगों के द्वारा बोला व दर्शाया जाएगा।

1857 की घटनाओं का जीवंत चित्रण वर्चुअल तरीके से होगा

बैठक में मंत्री को अवगत कराया गया कि यह स्मारक अपने आपमें नायब होगा और हरियाणा के इतिहास व अंग्रेजों के आगमन के संबंध में एक कैप्सूल तैयार किया जाएगा जिसमें 1857 से पहले और उस दौरान हुई घटनाओं का जीवंत चित्रण वर्चुअल तरीके से होगा। इस चित्रण में 1857 की क्रंाति मेरठ से पहले अंबाला में कब और कैसे शुरू हुई और इस क्रांति की योजना के बारे में आंगुतकों को अवगत कराया जाएगा। इस संबंध में 1857 के दौरान के विभिन्न दस्तावेेजों को एकत्रित किया जा रहा है जिसे भी दर्शाने का काम होगा। इसके अतिरिक्त, हरियाणा के बारे में भी एक डाक्यूमेंट्री भी तैयार की जाएगी जिसमें हरियाणा के विभिन्न शहरों में 1857 की कंा्रति के किस्से व घटनाओं को बर्चुअल तरीके से दिखाने का काम होगा।

हरियाणा के लोग बहादुर, 1857 के दौरान अपने औजारों को ही हथियार बनाया-विज

बैठक के दौरान गृह मंत्री ने बताया कि हरियाणा के लोग बहादुर हैं और 1857 के दौरान हरियाणा के लोगों ने अपने औजारों को ही हथियार बनाकर अंग्रेजों से लोहा लिया था। उन्होंने बताया कि 1857 के दौरान अंग्रेंजों ने हरियाणा के इन लोगों को काली पलटन कहा था अर्थात हरियाणा के लोगों ने इस क्रांति को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम देने के लिए योजना बनाई हुई थी। इस संबंध में भी उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उस समय के लोगों के साहस और जज्बे को जीवंत तरीके से स्मारक में दर्शाया जाना चाहिए ताकि आंगुतकों को अपने ंस्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो सकें।

बैठक में बताया गया कि 1857 की क्रांति के दौरान भारत के विभिन्न शहरों, जहंा पर कंा्रति का बिगुल बजाया गया था, उनके बारे में भी जानकारी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, वर्चुअल तरीके से अत्याचारों, दुष्परिणामों इत्यादि की जानकारी भी लोगों को मुहैया होगी।

ओपन एयर थियेटर भी बनाया जाएगा

बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि  स्मारक में ओपन एयर थियेटर भी बनाया जा रहा है जिसमें हरियाणा सरकार की उपलब्धियां दिखाई जाएगी और लाईट एंड साऊंड शो का भी प्रावधान होगा।

बैठक में लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त निदेशक  डॉ.  कुलदीप सैनी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित कला जगत से जुडी हस्तियां भी उपस्थित थी।

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