17 वे फ्लोर से क्रेन टूटने से कई मजदूर नीचे आ गिरे
सेक्टर 77 की निर्माणधीन सोसाइटी में हुआ बड़ा हादसा
17वे फ्लोर से क्रेन टूटने से मजदूर नीचे गिरे, एक अटका
मानेसर की पुलिस इस हादसे के मामले की जांच में जुटी
फतह सिंह उजाला

गुरूग्राम। साइबर सिटी गुरुग्राम के सेक्टर 77 में एक बड़ा हादसा हो गया। जहां निर्माणाधीन इमारत में काम करते समय 4 मजदूरों की मौत हो गई, वहीं दो की हालत बेहद ही गंभीर बताई गई है।
जानकारी के अनुसार यहां हाई राइज बिल्डिंग में कुछ मजदूर बिल्डिंग की 17 वी मंजिल पर क्रेन पर चढ़ पेंटिंग का काम कर रहे थे । इसी दौरान क्रेन ं की लिफ्ट अअथवा एक एंगल टूटने के चलते सभी मजदूर नीचे आ गिरे। जिसमें 4 मजदूरों की मौत हो गई और दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। आरोपानुसार कथित रूप से यहां सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध नहीं थे, यही कारण रहा किएक मजदूर काफी समय तक 12वीं मंजिल पर एक लोहे के पाईप में लटका रहा।

इस पूरे मामले को लेकर मानेसर गुरुग्राम पुलिस और डीटीपी डिपार्टमेंट की तरफ से जांच की जा रही है । पुलिस का कहना है कि इस मामले में ठेकेदार और बिल्डर की कोई कमी पाई जाती है तो निश्चित तौर पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है और जो मजदूर यहां काम कर रहे थे उनसे भी जानकारी एकत्रित की जा रही है। हादसे में मृतक मजदूरों की पहचान मोहम्मद तहमीद, कुमाोद, नवीन, परमेश्वर, सभी बिहार के निवासी के तौर पर की गई है, जब कि गंभीर घाायलों की पहचान नहीं हो सकी। गौैरतलब है कि कंकरीट के महंगे शहर गुरूग्राम में हाई राइज बिल्डिंग में नियमित अंतराल पर हादसेे औैर काम करने वाले मजदूरों की मौत की घटनांए घटित होती आ रही है।
मंगलवार को भी हादसा अऔर मजदूरों की मौत के मामले को देखते मानेसर एसीपी सुरेश कुमार तथा अमित माधोलिया, डीटीपी घटना स्थल पहुंचे। एमआर पाम हाइट सोसाइटी का निर्माण किया जा रहा था, जिसमें 24 मंजिल बनी हुई है । यहीं पर ही 17 वी मंजिल पर यह सभी मजदूर पेंटिंग का काम कर रहे थे और इसी दौरान यह हादसा भी हुआ। लेकिन जिस तरह सेे यह हादसा हुआ है निश्चित तौर पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है ? इससे पहले भी गुरुग्राम में इस तरह के कई बड़े हादसे हो चुके हैं और ठेकेदार व बिल्डर की लापरवाही के चलते मजदूर अपनी जान गवाते आ रहे हैं। सबसेे बड़ा सवाल यहीं है कि इस प्रकार के हादसों सहित हाई राइज बिल्डिंग में काम करने वाले मजदूरों की हो रही मौैत पर कब अऔर कैसे लगाम कसते हुए रोक लग सकेगी।