सोमवार को गांव के राधा कृष्ण मंदिर परिसर में पंचायत का आयोजन
सबसे बड़े गांव की पंचायत की अध्यक्षता सरपंच मनवीर चौहान ने की
ज्योति गिरी के वायरल हुए कथित वीडियो की सीबीआई जांच की मांग
सीएम, डीसीपी, एसीपी को गांव के प्रतिनिधि मंडल ने सौंपे अपने मांग पत्र
मुकदमा संख्या 68 / 2019 के बंद केस को फिर से खोलकर जांच की मांग
फतह सिंह उजाला
बोहड़ाकला / पटौदी। जिला गुरुग्राम के पटौदी विधानसभा क्षेत्र के सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला ने एक बार फिर से महामंडलेश्वर ज्योति गिरी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सोमवार को गांव के ही राधा कृष्ण मंदिर परिसर में गांव के सरपंच मनबीर चौहान की अध्यक्षता में पंचायत का आयोजन किया गया। इस पंचायत में विभिन्न प्रकार के आरोप- प्रत्यारोप के बीच पंचायत प्राचीन हनुमान मंदिर बोहड़ाकला की गौशाला के मुद्दे से आरंभ हुई और इसका समापन सहित मुख्य चर्चा और मुद्दा स्वामी ज्योति गिरी पर ही पंचायत के समापन तक बना रहा।
पंचायत में मौजूद विभिन्न वक्ताओं के द्वारा सार्वजनिक रूप से मांग दोहराते हुए कहा गया 2019 में ज्योति गिरी के वायरस कथित वीडियो की सीबीआई जांच होनी चाहिए । वीडियो की जांच में जो कोई भी दोषी पाया जाए, उसके खिलाफ कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई अमल में लाया जाना चाहिए । पंचायत में बताया गया कि संबंधित वायरल कथित वीडियो पेन ड्राइव में लोड करके इसकी जांच के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर , क्षेत्र के डीसीपी और अन्य पुलिस अधिकारियों को भी सौंप कर जांच की मांग के संदर्भ में लिखित में शिकायत भी दी गई है।
सोमवार को राधा कृष्ण मंदिर परिसर में आयोजित पंचायत में मुख्य रूप से बोहड़ाकला गांव के सरपंच मनवीर सिंह चौहान, नेपाल सिंह चौहान, राजेश चौहान बब्बू बावनी प्रधान, उदयभान चौहान छोटू, ओमवीर सिंह चौहान, पटोदी पंचायत समिति के पूर्व वाइस चेयरमैन महेश सैनी, कुलदीप भोमा, पूर्व सरपंच यादवेंद्र गोगली शर्मा, रजवा प्रधान, हरपाल सिंह, जगमाल मास्टर, अनिल भदौरिया, डॉक्टर सुरेश सैनी, धुरंधर सिंह मोडी, आनंदपाल, विक्रम सिंह, मोनी शर्मा, क्षमा करना सहित और भी प्रबुद्ध व्यक्ति मौजूद रहे । कुछ दिन पहले ही महाकालेश्वर कल्याण ट्रस्ट के फाउंडर ट्रस्टी और महामंडलेश्वर ज्योति गिरी के द्वारा हनुमान मंदिर के पीछे बिल्डिंग को कुछ लोगों के द्वारा फर्जी तरीके से मालिक बनकर किराए पर देने के संदर्भ के साथ-साथ इसी बिल्डिंग में चल रहे अस्पताल के सामान की रिकवरी के संदर्भ में थाना बिलासपुर पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई गई । सोमवार की पंचायत इसी शिकायत अथवा एफआईआर के विरोध में होना बताया जा रहा है ।
मंदिर परिषद क्षेत्र में ही गौशाला के संचालन को लेकर भी पंचायत में चिंता जाहिर की गई। बताया गया मुकदमा दर्ज होने के बाद से गायों की देखभाल करने वाले और मंदिर के पुजारी को भी कथित रूप से धमकाकर भगा दिया गया है। सरपंच मनवीर चौहान ने पंचायत में कहा जो कोई भी इच्छुक व्यक्ति गौशाला की सेवा करना चाहे, उसको उचित मासिक महानताना भी दिया जाएगा। वह सेवादार , व्यक्तिगत रूप से सरपंच से मिलकर गौशाला में गायों की देखभाल का काम शुरू कर सकता है। इसी पंचायत में मुख्य रूप से चर्चा और केंद्र स्वामी ज्योति गिरी ही बने रहे । विभिन्न वक्ताओं के द्वारा कहा गया वर्ष 2019 के घटनाक्रम के बाद ज्योति गिरी के चले जाना ही सबसे बड़े शक का कारण बना हुआ है। यदि उनके खिलाफ कोई साजिश रची गई तो उन्हें सामने भी आना चाहिए । इसी प्रकरण की चर्चा के दौरान पंचायत में शासन प्रशासन से मांग की गई वर्ष 2019 में दर्ज फिर 68 को एफआईआर से जांच के लिए खोला जाए यह मौजूदा समय में न्याय और इंसाफ के लिए जरूरी है।
पंचायत में विभिन्न वक्ताओं के द्वारा बताया गया स्वामी ज्योति गिरी के हनुमान मंदिर में रहते हुए भरपूर सहयोग और समर्थन किया गया। धर्मार्थ के लिए जमीन भी दान में दी गई। मौजूदा समय में जिस भी जमीन अथवा रकबा को लेकर मुकदमा दर्ज करवाया गया, वह अनुचित है । अस्पताल रूपी बिल्डिंग को केवल और केवल गौशाला का खर्च चलाने के उद्देश्य से ही सामूहिक रूप से किराए पर दिया गया। जिम सामान को लेकर चोरी का आरोप लगाया गया, वह सामान भी अस्पताल बिल्डिंग परिसर ( खूंगा अकैडमी) के एक कमरे में ही बंद कर छोड़ा गया हुआ है। प्रशासन के द्वारा संबंधित जमीन की नापतोल की जा रही है। यह कार्य पूरा होने के बाद मंदिर परिसर की चारदीवारी करवा कर ज्योति गिरी के दावे की जमीन को छोड़ दिया जाएगा। गांव की और गांव वालों की ज्योति गिरी के अधिकार क्षेत्र की जमीन प्रॉपर्टी पर किसी प्रकार की भी कब्जे की नियत नहीं है और ना ही किया जाएगा।