भाजपा और भाजपा नेताओं के लिए मधु सारवान की जीत प्रतिष्ठा का सवाल
शनिवार को एमएलए जरावता और पूर्व मंत्री नरवीर द्वारा किया गया प्रचार
कांटे का मुकाबला होने के कारण वार्ड 9 में भाजपा नेता बहा रहे पसीना
फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम । जिला परिषद चुनाव में भाजपा के द्वारा पार्टी चुनाव चिन्ह पर अपने उम्मीदवार उतारना और उसके बाद अब उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करना चुनावी दंगल में बड़ी चुनौती बनता चला आ रहा है । कथित रूप से टिकटों के बंटवारे को लेकर पहले दिन से ही पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं सहित समर्थकों में भी अपने-अपने कयास लगाए जा रहे हैं । यही कारण है कि अधिकांश वार्डों में भाजपा के मुकाबिल पुराने भाजपा कार्यकर्ता ही भाजपा उम्मीदवारों के लिए चुनौती बने हुए हैं।
सबसे महत्वपूर्ण जिला परिषद प्रमुख पद पर भाजपा उम्मीदवार मधु सारवान की जीत सुनिश्चित करना अब प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुका है । यही कारण है कि बीते 72 घंटे में पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह और पटौदी के एमएलए तथा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव एडवोकेट सत्यप्रकाश जरावता के द्वारा वार्ड नंबर 9 में तूफानी दौरा सहित जनसंपर्क करने का अभियान चलाया गया । इस बात को तो भाजपा के नेता भी स्वीकार कर चुके हैं कि अनुसूचित वर्ग की महिला के लिए आरक्षित जिला परिषद प्रमुख पद पर विराजमान होने वाली जिला परिषद प्रमुख का राजनीतिक कद और पद हर दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण ही रहेगा । गुरुग्राम जिला में 4 विधानसभा क्षेत्र और चार ही एमएलए विधानसभा क्षेत्रों से शामिल हैं । ऐसे में जिला परिषद प्रमुख पद का क्या महत्व है ? इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है ।
शनिवार को भी पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह और पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के द्वारा जिला परिषद के अनुसूचित महिला वर्ग के वास्ते आरक्षित वार्ड नंबर 9 में गांव मंदपुरा, जट शाहपुर, डाडावास, हकदार पुर, जसात, मोजाबाद, इच्छापुरी , गदाईपुर , रणसीका अन्य गांवों में भाजपा की उम्मीदवार मधु सारवान को लेकर उनके पक्ष में मतदान करने की अपील की गई । हालांकि इस दौरान विभिन्न गांवों में ग्रामीणों की भीड़ तो देखी गई ? लेकिन यह बात कतई भी दावे के साथ नहीं कही जा सकती कि पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह और पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के आगमन पर पहुंची भीड़ क्या वास्तव में भाजपा सहित भाजपा उम्मीदवार मधु सारवान के पक्ष में मतदान करने वाले समर्थक थे? या फिर इसके अतिरिक्त कहीं ऐसा तो नहीं एक लंबे अंतराल के बाद पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह के आगमन को देखते हुए ग्रामीण राव नरबीर सिंह को ही देखने -सुनने के लिए विभिन्न गांव की नुक्कड़ सभाओं में एकत्रित हुए ।
लोगों के बीच में इस बात की भी चर्चा सुनी जा रही है कि भाजपा के द्वारा अचानक और एकदम से ऐसे चेहरे को अपना उम्मीदवार जिला परिषद प्रमुख के लिए बनाया गया , जोकि निर्वाचन क्षेत्र के 2 दर्जन से अधिक गांवों के अतिरिक्त पूरे जिला गुरुग्राम में भी फेस वैल्यू या फिर व्यक्तिगत राजनीतिक मजबूत पहचान नहीं है। ऐसे में भाजपा के द्वारा घोषित अपने उम्मीदवार को जिला परिषद प्रमुख के पद तक मतदान के जनसमर्थन की बदौलत पहुंचाना अपने आप में अभी भी राजनीतिक चुनौती ही बना हुआ है । पार्टी के वोट बैंक के साथ ही उम्मीदवार का समर्थक भी वोट बैंक जीत का सम्ीकरण तय करता है। अभी मतदान में कम से कम 3 दिन का समय बचा हुआ है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह देखने वाली है कि भाजपा द्वारा घोषित जिला परिषद प्रमुख पद के लिए उम्मीदवार मधु सागवान की जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा संगठन के कौन और कितने बड़े चेहरे कम से कम वार्ड नंबर 9 में कसरत करते हुए देखे जा सकेंगे । बहरहाल लोकतंत्र में अंतिम फैसला मतदाताओं को ही करना होता है और यही फैसला लोकतंत्र में सर्वमान्य होता है । फैसला क्या होगा ? यह भविष्य के गर्भ में छिपा है।