सिमरन के पिता सेवा में ब्रिगेडियर और दादा सेना में रहे कप्तान
गांव में पहुंचने पर सैन्य अधिकारी बेटी को ग्रामीणों ने पलकों पर बिठाया
सिमरन की इस उपलब्धि से युवक और युवतियों को मिलेगी देश सेवा की प्रेरणा
सिमरन राठी गांव राठीवास में पहले सैनिक अधिकारी लेफ्टिनेंट बनी
फतह सिंह उजाला

पटौदी । पटौदी विधानसभा क्षेत्र के गाँव राठीवास के लिए ऐतिहासिक मौका आपार हर्षोल्लाष लेकर आया । जब गाँव की पहली अफसर बेटी लेफ्टिनेंट सिमरन सिंह राठी ऑफिसर्स प्रशिक्षण अकादमी चेन्नई से अपना सैन्य प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अपने पैतृक गांव राठीवास में पहुंची। सैन्य अधिकारी बेटी के साथ साथ उसके पिता जो गाँव के पहले बेटे है, जिन्होंने सेना में अफसर के रूप में कमीशन प्राप्त किया । सैया बेटी लेफ्टिनेंट सिमरन राठी के पिता ब्रिगेडियर जय भगवान सिंह राठी भी साथ पहुंचे। सैनिक अधिकारी गांव की बेटी की उपलब्धि के लिए ग्रामवासियो द्वारा सम्मान में स्वागत कार्यक्रम गाँव के राजकीय विद्यालय में रखा गया।
लेफ्टिनेंट सिमरन राठी ने अपने बैच में लिया गोल्ड
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी मोती राम राठी ने ऐतिहासिक मौके पर कहा की गाँव की बेटी सिमरन ने न सिर्फ सेना में अफसर का पद प्राप्त किया । अपितु सिमरन राठी ने अपने बैच में सभी लड़की एवं लड़को को पीछे छोड़ते हुए बेस्ट कैडेट का गोल्ड मैडल भी प्राप्त किया। कार्यक्रम में मंच संचालन कर रहे वाईस प्रिंसिपल प्रदीप ने बताया की लेफ्टिनेंट सिमरन के दादा स्वर्गीय प्रताप सिंह राठी जी भी सेना में कप्तान के पद से रिटायर हुए थे। राठीवास के राठी परिवार परिवार की तीन पीढ़िया भारतीय सेना में सेवा दे चुकी है और दे रही है। इस अवसर पर गाँव की सरपंच सुमन मोतीराम राठी ने लेफ्टिनेंट सिमरन को पगड़ी एवं नोटों की माला पहनाकर उनका स्वागत किया।
राठी परिवार स्कूल में भेंट करेगा 6 कंप्यूटर
इस अवसर पर अफ़सर बिटिया ने सभी का धन्यवाद किया और साथ ही गाँव के बच्चों और लड़कियों को बताया कि लक्ष्य के प्रति समर्पित रहने से ही सफलता मिल सकती है । सिमरन के पिता ब्रिगेडियर जय भगवान सिंह को गाँव के समस्त पूर्व सैनिको द्वारा पगड़ी एवम माला पहनाकर उनका स्वागत कियI स्वागत कार्यक्रम में समाजसेवी मोती राम, श्रीबेले राम, सूबेदार मेजर ओम प्रकाश, सूबेदार सूबे सिंह, ब्रह्मानंद जी, संदीप राठी, इमरत ,सूबेदार महेन्दर , कप्तान अतर सिंह के साथ सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित रहे। इस खुशी के मौके पर सिमरन राठी के परिवार की तरफ से सरकारी स्कूल को 6 कंप्यूटर छात्रों के लिए देने की घोषणा की।