हरियाणा के गुटबाज नेता 11 सालों से संगठन नही बनने दे रहे थे तो फिर कांग्रेस नेतृत्व ने अपने अधिकारों का प्रयोग करके संगठन में नियुक्तियां क्यों नही की? विद्रोही

कांग्रेसी नेताओं के स्वार्थी आचरण ने हरियाणा के 2.80 करोड़ लोगों की आशाओं पर कुठाराघात किया है जो प्रदेश में भाजपा को सत्ता से बाहर करना चाहते थे : विद्रोही

कांग्रेस वर्किंग कमेटी में दिये अपने बयान को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी अमलीजामा पहनाकर अपनी करनीे और कथनी को एक करे और इसकी शुरूआत हरियाणा से करे : विद्रोही

30 नवम्बर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने शनिवार को कंाग्रेस वर्किंग कमेटी की हुई बैठक में नेताओं की जवाबदेही तय करने व अनुशासनहीनता, व्यर्थ की बयानबाजी पर अंकुश लगाने के फैसले को देर से उठाया गया सही फैसला बताया। विद्रोही ने कहा कि विगत दस सालों से कांग्रेस को विभिन्न चुनावों मेें मिल रही हार व पार्टी में बढती जा रही अनुशासनहीनता, बयानबाजी पर न तो कभी किसी की जवाबदेही तय की है और न ही किसी पर अनुशासनहीनता, निजी स्वार्थो की बयानबाजी पर कोई कार्रवाई की। उल्टा चुनावी हार के लिए जिम्मेदार व अनुशासनहीन नेताओं को प्रमोशन ही मिला। इसका यह दुष्परिणाम निकला कि कांग्रेसी ही एक-दूसरे को चुनावों में निपटाने के कांग्रेस विरोधी खेल में शामिल हो गए और अपने निजी लाभ के लिए कांग्रेस को पलीता लगाने वाले बयान दागने से बाज नही आये। हरियाणा में कांग्रेस की हार इसका जीवंत प्रमाण है। कांग्रेसी नेताओं की सत्तालिप्सा की निजी स्वार्थ की लडाई ने हरियाणा में जीती हुई बाजी कांग्रेस केे हाथ से छीन गई। 

विद्रोही नेे कहा कि कांग्रेसी नेताओं के स्वार्थी आचरण ने हरियाणा के 2.80 करोड़ लोगों की आशाओं पर कुठाराघात किया है जो प्रदेश में भाजपा को सत्ता से बाहर करना चाहते थे। लेकिन कांग्रेसियों के स्वार्थीे आचरण ने फासिस्ट भाजपाईयों को पांच साल और हरियाणा की छाती पर मंूग दलने और उन्हेे लूटने का मौका दे दिया। कांग्रेस नेतृत्व को अपना भी आत्मविश्लेषण करना चाहिए कि आखिर उन्होंने विगत 11 सालों सेे हरियाणा में पार्टी का संगठन में नियुक्तियां क्यों नही की? यदि हरियाणा के गुटबाज नेता 11 सालों से संगठन नही बनने दे रहे थे तो फिर कांग्रेस नेतृत्व ने अपने अधिकारों का प्रयोग करके संगठन में नियुक्तियां क्यों नही की? संतुलन बनाने के नाम पर कांग्रेस नेतृत्व कब तक गुटबाज नेताओं की मनमानी को बर्दाश्त करके कांग्रेस को निचले स्तर पर कमजोर करता रहेगा?

 विद्रोही ने मांग की कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी में दिये अपने बयान को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी अमलीजामा पहनाकर अपनी करनीे और कथनी को एक करे और इसकी शुरूआत हरियाणा से करे क्योंकि पूरे देश में हरियाणा ही एकमात्र ऐसा राज्य है जहां 11 सालों से पार्टी का संगठन नही है। वहीं चुनावों में सौ प्रतिशत जीती हुई बाजी भीे कांग्रेस ने गुटबाजी व निजी स्वार्थो कीे राजनीति में जनभावना कांग्रेस के पक्ष में होते हुए भी हरियाणा में ही गंवाई है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस नेतृत्व एक क्षण की देरी किये बिना हरियाणा विधानसभा में दल का नेता नियुक्त करे। विधायक दल का नेता नियुक्त करने की देरी से हरियाणा में आज कांग्रेस हंसीे का पात्र बन चुकी है। वहीं तत्काल नया कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करके संगठन में बदलाव व प्रदेश, जिला, ब्लॉक स्तर पर पदाधिकारियों की नियुक्तियां करके कांग्रेस को मजबूत व एकजुट करने की पहल हरियाणा से करे।   

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