जयहिन्द को रोटी–दान की मुहीम, लाढ़ौत गांव में एक लाख इक्कीस हजार रुपए देकर हुई शुरुआत
रौनक शर्मा

रोहतक (17 दिसंबर) / जयहिन्द सेना द्वारा योद्धा खानदान जयहिन्द को रोटी–दान मुहीम चलाई गई है। इसी कड़ी में एक तरफ मंगलवार 17 दिसंबर को रोहतक जिले के लाढ़ौत गांव निवासी हरीश अत्री ने नवीन जयहिन्द को अपने घर बुलाकर खाना खिलाया और एक लाख इक्कीस हजार रुपए का दान देकर मुहीम की शुरुआत की। और दूसरी तरफ प्रशासन जयहिन्द के तम्बू में पहुंचा ओर पानी का कनेक्शन काट दिया।
जयहिन्द ने 7027–822–822 नंबर जारी करते हुए बताया कि जो भी साथी जयहिन्द सेना से जुड़ना चाहता है वह हमारे इस नंबर पर कॉल करके हमसे सीधा जुड़ सकता है।
जयहिन्द ने कहा यह पानी तम्बू का नहीं बल्कि बाग में लगे पेड़ों का काटा गया है। क्योंकि इस पानी को हम अपने निजी उपयोग के लिए नहीं बल्कि पेड़ों को पानी डालने के लिए इस्तेमाल करते थे। क्योंकि यह सिर्फ एक बाग नहीं ऑक्सीजन प्लांट है। लाखों लोग इन पेड़ों के वजह से स्वस्थ हवा में सांस लेते है।
जयहिन्द ने बताया कि चाचा हरीश अत्री बहुत ही संघर्षशील आदमी है व हमारे 21 साल के संघर्ष के साथी भी है। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि चाचा हमारे साथ हर अच्छे बुरे समय में हमेशा आगे खड़े मिलते है। और आज हम चाचा हरीश अत्री का रोटी–दान के बहुत आभार व्यक्त करते है।
चाचा हरीश अत्री ने बताया कि जयहिन्द एक ऐसा आदमी है जो निस्वार्थ भाव से हर वर्ग के लोगों की मदद करता है और लोगों की समस्याओं का समाधान करवाने के लिए अकेले ही सरकार व प्रशासन से भीड़ जाता है। आप इस बात से अंदाजा लगा सकते है कि दादा दुलीचंद की बारात से लाखों बुजुर्गो, विकलांगों व विधवा महिलाओं की पेंशन बनी व फैमिली आईडी और बीपीएल कार्ड संबंधित समस्याओं का समाधान हुआ, पहरावर की जमीन से सालों से सरकारों का कब्जा हटवाया, बेरोजगारों की बारात निकाली जिससे 25 हजार बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी मिली, खिलाड़ियों का खेल कोटा खत्म हुआ तो जयहिन्द ने सोटा उठाया जिससे सरकार को 4% खेल कोटा बहाल करना पड़ा, दलितों के घर गिराने से बचाए व बहुत से ऐसे आंदोलन जयहिन्द ने किए जिनसे लाखों बुजुर्गो, बेरोजगारों, विकलांगों, खिलाड़ियों व हर वर्ग के लोगों को लाभ मिला।