
6 फरवरी 2025 – स्वयंसेवी संस्था ‘ग्रामीण भारत’ के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कांग्रेस नेतृत्व से आग्रह किया है कि हरियाणा की सभी 33 नगर निकायों के मेयर और चेयरमैन पद के चुनाव पार्टी के सिंबल पर लड़े जाएं। उनका मानना है कि ऐसा करने से कांग्रेस प्रदेश में एकजुटता के साथ शहरी सरकार के चुनाव में मजबूती से उतर सकेगी और भाजपा को पराजित किया जा सकेगा।
विद्रोही ने कहा कि जब मेयर और चेयरमैन पद के लिए सीधा चुनाव हो रहा है, तब बिना पार्टी सिंबल के चुनाव लड़ने का कोई औचित्य नहीं है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक मजबूत स्थिति के बावजूद हार गई थी, ऐसे में नगर निकाय चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करना कांग्रेस के लिए और भी महत्वपूर्ण हो गया है।
प्रदेश में नगर निकाय चुनाव पहले ही अपने निर्धारित समय से 2 से 4 साल की देरी से हो रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता लंबे समय से इन चुनावों की तैयारी कर रहे हैं। यदि पार्टी सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ा गया तो विधानसभा चुनाव में हार के बाद कार्यकर्ताओं का मनोबल और अधिक गिर सकता है।
विद्रोही ने जोर देते हुए कहा कि भाजपा की लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी से उनका अहंकार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाए रखना जरूरी है। नगर निकाय चुनाव कांग्रेस के लिए एक सुनहरा अवसर है, जब पार्टी के सभी नेता एकजुट होकर चुनाव लड़ें और सकारात्मक परिणाम लेकर आएं।
इसके साथ ही, विद्रोही ने कांग्रेस नेताओं से अपील की कि वे केवल अपने समर्थकों को मेयर और चेयरमैन पद की टिकट दिलाने की होड़ में न लगें, बल्कि सबसे योग्य और सभी कार्यकर्ताओं व नेताओं को स्वीकार्य उम्मीदवार को ही पार्टी टिकट दें। इससे चुनाव जीतने की संभावना अधिक बढ़ जाएगी।
उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व से आग्रह किया कि नगर निकाय चुनावों को लेकर शीघ्र निर्णय लिया जाए, ताकि एकजुटता के साथ प्रचार अभियान तुरंत शुरू किया जा सके। इसके अलावा, पार्टी को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि जो भी नेता गुटबाजी करके पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होगा या निष्क्रिय रहेगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।