भारत की कूटनीतिक विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए निर्णायक रूप से सरकार को करना होगा कार्य

चंडीगढ़, 06 फरवरी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि अमेरिका द्वारा 104 भारतीयों को डिपोर्ट किए जाने की घटना केंद्र सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है। यदि देश में ही युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराए गए होते, तो आज यह नौबत नहीं आती। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो कभी डोनाल्ड ट्रंप की प्रशंसा करते नहीं थकते थे, उन्हें अब ट्रंप ने वास्तविकता का आईना दिखा दिया है। भारत की कूटनीतिक विश्वसनीयता को बनाए रखने के लिए सरकार को निर्णायक कदम उठाने होंगे। यदि सरकार इज़राइल में भारतीय श्रमिकों के लिए रोजगार की व्यवस्था कर सकती है, तो अन्य देशों में भी यह संभव क्यों नहीं हो सकता?

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि अमृतसर एयरपोर्ट पर 104 भारतीयों को लेकर उतरे अमेरिकी विमान में हरियाणा के 33 नागरिक भी शामिल थे। इनमें से अधिकांश वे लोग थे जिन्होंने रोजगार की तलाश में अपनी जमीन और मकान बेचकर या गिरवी रखकर विदेश जाने का जोखिम उठाया था। अमेरिकी सरकार अभी और भी सैकड़ों भारतीयों को निर्वासित करने की योजना बना रही है। इस गंभीर मुद्दे पर सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और अमेरिकी अधिकारियों से संवाद स्थापित कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि निर्वासित भारतीयों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए।

कुमारी सैलजा ने कहा कि मानव तस्करी नेटवर्क को समाप्त करने, निर्वासित भारतीयों के पुनर्वास और उनके वित्तीय एवं सामाजिक पुनः एकीकरण के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे। साथ ही, सरकार को एक पारदर्शी प्रवासन ढांचे की स्थापना करनी चाहिए जिससे भविष्य में भारतीयों को इस तरह की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। हजारों प्रभावित लोगों के हितों की रक्षा करने के साथ ही, भारत की कूटनीतिक विश्वसनीयता को सुदृढ़ करने के लिए निर्णायक कार्यवाही आवश्यक है।

उन्होंने सरकार से मांग की कि देश में ही रोजगार सृजन की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएं। यदि सरकार ने समय पर रिक्त पदों पर नियुक्तियां की होती, तो लाखों युवाओं को रोजगार मिल चुका होता। केवल हरियाणा में ही दो लाख से अधिक सरकारी पद खाली पड़े हैं। यदि युवाओं को देश में ही रोजगार मिल जाए, तो उन्हें मजबूरी में विदेश जाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।

कुमारी सैलजा ने कहा कि जब सरकार हजारों युवाओं को इज़राइल में रोजगार उपलब्ध करवा सकती है, तो देश के अन्य राज्यों में यह क्यों नहीं किया जा सकता? उन्होंने विदेश में नौकरी करने का सपना देखने वाले युवाओं से अपील की कि वे किसी भी देश में जाने से पहले सभी वैध दस्तावेजों के साथ ही यात्रा करें, ताकि उन्हें निर्वासन जैसी कठिन परिस्थितियों का सामना न करना पड़े।

सरकार को अब और विलंब किए बिना रोजगार के नए अवसर सृजित करने, कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने और भारतीय युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए निर्णायक कदम उठाने होंगे।

Share via
Copy link