
गुरुग्राम, 24 फरवरी 2025 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से नगर निकाय चुनावों में किए जा रहे दावों पर सीधा सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि शहरी जनता को ठगने वाले वादे और दावे करने की बजाय, भाजपा सरकार को अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से जवाब देना चाहिए।
भाजपा की दस साल की नाकामी पर मांगे माफी
विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में पिछले दस वर्षों से भाजपा सत्ता में है और अगले पांच वर्षों तक भी सत्ता में रहने की संभावना है। ऐसे में, भाजपा नेताओं को नगर निकाय चुनावों में वादों की राजनीति करने की बजाय, अपनी विफलताओं के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शहरी नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध न करवाने के लिए मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं को जवाबदेही स्वीकार करनी चाहिए।
भाजपा पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप
विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जनता को केवल वादों और दावों के जरिए गुमराह कर रही है, जबकि हकीकत में जनता को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया। उन्होंने शहरी मतदाताओं से अपील की कि जो दल दस वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद बुनियादी सुविधाएं देने में विफल रहा, वह नगर निकाय चुनाव जीतने के बाद भ्रष्टाचार और लूट को ही बढ़ावा देगा।
शहरी सरकार कांग्रेस को सौंपने की अपील
विद्रोही ने मतदाताओं से आह्वान किया कि अगर वे अपने शहरों और कस्बों का समुचित विकास चाहते हैं, तो नगर निकाय चुनावों में कांग्रेस को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार और नगर निकाय में कांग्रेस की सरकार होने से सत्ता संतुलन बना रहेगा, जिससे भ्रष्टाचार और लूट पर भी स्वतः अंकुश लगेगा।
सत्ता संतुलन से होगा बेहतर विकास
विद्रोही ने कहा कि यदि नगर निकायों में कांग्रेस सरकार बनती है, तो भाजपा को विकास कार्यों और नागरिक सुविधाओं में सुधार करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इससे शहरी नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच प्रतिस्पर्धा से विकास को गति मिलेगी।
“शहरी मतदाता भेड़चाल में न फंसे” – विद्रोही
विद्रोही ने आशा प्रकट की कि हरियाणा के शहरी मतदाता केवल चुनावी लहर में बहने की बजाय, अपने हितों को ध्यान में रखते हुए सही निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि बेहतर नागरिक सुविधाओं और विकास के लिए मतदाताओं को नगर निकाय चुनावों में कांग्रेस को प्राथमिकता देनी चाहिए।