
गुरुग्राम: जैसे-जैसे नगर निगम चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे नए-नए चेहरे चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने कहा कि जनप्रतिनिधि कैसा हो? यह चर्चा इन दिनों गुरुग्राम में जोर पकड़ रही है।
मतदाताओं को सोचना होगा – चुनाव मुद्दों का है, चेहरों का नहीं
गुरिंदरजीत सिंह ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि यह चुनाव जनता के मुद्दों का है, न कि किसी खास चेहरे का। उन्होंने कहा कि जनता को उन नेताओं को पहचानने की जरूरत है, जो सिर्फ चुनाव के समय दिखाई देते हैं और बाकी समय जनता को राम भरोसे छोड़ देते हैं।
“वे क्या लोकतंत्र की आवाज़ बनेंगे, जो सिर्फ चुनाव के समय सक्रिय होते हैं?”
जनप्रतिनिधि वही, जो जनता के सुख-दुख में साथ खड़ा हो
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि जनप्रतिनिधि वही हो सकता है, जो जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं का समाधान करे। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम को नंबर 1 सिटी बनाने का सपना तभी साकार होगा, जब हम सही प्रतिनिधि चुनेंगे। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम को सुरक्षित, भाईचारे और सद्भाव वाला, नशामुक्त और स्वच्छ शहर बनाना है, और यह तभी संभव है जब हमारा प्रतिनिधि जनता का सेवक हो, न कि सत्ता का गुलाम।
राजनीतिक दलों ने जनता को किया नजरअंदाज, सिर्फ सत्ताप्रतिनिधियों को दिया टिकट
गुरिंदरजीत सिंह ने वर्तमान राजनीतिक माहौल पर निशाना साधते हुए कहा कि आज राजनीतिक दलों ने जनप्रतिनिधि से ज्यादा सत्ताप्रतिनिधियों को टिकट दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो कभी जनता के मुद्दों पर नहीं लड़े, जनता के सुख-दुख में शामिल नहीं हुए, वे चुनाव में कैसे आ गए?
“जो उम्मीदवार कभी ज़मीनी स्तर पर दिखे ही नहीं, उन्हें टिकट कैसे मिल गई? और अगर वे चुनाव जीत भी गए, तो क्या वे जनता के लिए काम करेंगे?”
गुरुग्राम के विकास के नाम पर केवल जुमले, जनता को ठगा गया
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि पिछले कार्यकाल में गुरुग्राम की भोली-भाली जनता को विकास के नाम पर सिर्फ जुमले और धोखे मिले। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में गंदगी और अव्यवस्था के कारण इसे ‘कूड़ाग्राम’ कहा जाने लगा है।
“हर साल जलभराव से आमजन परेशान होता है। सेक्टर 7, 7 एक्सटेंशन, सेक्टर 4 ही नहीं, पूरे गुरुग्राम का हाल यही है। पर जब चुनाव का समय आता है, तो टिकट सिर्फ बड़े नेताओं के खास लोगों को मिलती है।”
जनता को अब जागरूक होकर सही जनप्रतिनिधि का चुनाव करना होगा
गुरिंदरजीत सिंह ने मतदाताओं से आह्वान किया कि अब समय आ गया है कि जनता सिर्फ पार्टी नहीं, बल्कि सही जनप्रतिनिधि का चुनाव करे। उन्होंने कहा कि जो क्षेत्र के विकास में भागीदार बने, जनता की आवाज सरकार तक पहुंचाए और लोकतंत्र को मजबूत करे, वही सही जनप्रतिनिधि होगा।
“जो समस्याओं का समाधान करे, वही हमारा जनप्रतिनिधि।”
“अब फैसला जनता के हाथ में है!”
अब देखना यह है कि गुरुग्राम की जनता समस्या सुलझाने वाले जनप्रतिनिधि को चुनेगी या सत्ता के गुलामों को? गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि यदि हम सही नेता का चयन करें, तो गुरुग्राम को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाया जा सकता है।
जय हिंद! जय भीम! जय संविधान!