
चंडीगढ़, 7 मार्च: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार ने प्रदेश के विकास पर फुल स्टॉप लगा दिया है, जबकि बेरोजगारी, अपराध, पलायन, नशा और महंगाई बेकाबू रफ्तार से बढ़ रहे हैं।
हुड्डा अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के पास ना पिछले 10 वर्षों में कोई ठोस उपलब्धि रही और ना ही अपने तीसरे कार्यकाल में कोई उल्लेखनीय काम किया।
“बीजेपी के भाषणों और कागजों में दावे, जमीनी हकीकत शून्य”
हुड्डा ने राज्यपाल के अभिभाषण को पुरानी घोषणाओं की पुनरावृत्ति बताया और कहा कि हर बार सरकार के पास उपलब्धि के नाम पर केवल खोखली बयानबाजी ही होती है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी ने लफ्फाजी को ही विकास मान लिया है।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “बीजेपी सरकार ने 10 सालों में हरियाणा में एक भी नया मेडिकल कॉलेज, कोई बड़ी यूनिवर्सिटी, प्रमुख शिक्षण संस्थान, बड़ा उद्योग, पावर प्लांट या कोई महत्वपूर्ण परियोजना स्थापित नहीं की। ऐसे में वह किस मुंह से अपनी वाहवाही कर रही है?”
“हरियाणा को कर्ज और गरीबी की दलदल में धकेला”
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने हरियाणा को कर्ज और गरीबी के दलदल में धकेल दिया है। उन्होंने सरकार के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश की कुल 2.80 करोड़ आबादी में से 2.11 करोड़ लोग गरीबी रेखा (BPL) के नीचे पहुंच गए हैं।
उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकार इतनी बड़ी आबादी को रोजगार, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, पर्याप्त भोजन, स्वच्छ पानी, उचित स्वच्छता और सुरक्षित आवास तक उपलब्ध नहीं करा सकी।”
“दो लाख नौकरियों का वादा किया, लेकिन CET तक नहीं करवा पाई सरकार”
हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार सत्ता में आने से पहले दो लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा कर रही थी, लेकिन वास्तविकता यह है कि सरकार अभी तक सीईटी (CET) तक नहीं करवा पाई।
उन्होंने कहा कि लाखों युवा रोजगार की आस में ओवर-एज हो रहे हैं, लेकिन सरकार तारीख पर तारीख देकर समय बर्बाद कर रही है।
“कच्चे कर्मचारियों से धोखा, किसानों से वादाखिलाफी”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी ने चुनाव से पहले 1.25 लाख कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का वादा किया था, लेकिन कौशल रोजगार निगम के कर्मचारियों को धोखा देकर सरकार ने वोट तो ले लिए, पर अब उन्हें नौकरी से हटाने लगी है।
हुड्डा ने किसानों से किए गए वादों पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने चुनाव में किसानों को धान का ₹3100 प्रति क्विंटल रेट देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आते ही सरकार ने एमएसपी तक नहीं दी। किसानों को ₹200-₹400 तक कम दाम पर अपनी फसल बेचनी पड़ी।”
“हरियाणा कर्ज के बोझ तले दबा, आर्थिक स्थिति बदहाल”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि आज प्रदेश पर ₹4.51 लाख करोड़ से अधिक का कर्ज है।
उन्होंने कहा, “आज प्रत्येक हरियाणवी, यहां तक कि जन्म लेने वाले नवजात शिशु के सिर पर भी ₹2,28,530 का कर्ज है।”
हुड्डा ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को याद दिलाते हुए कहा कि “हमारे कार्यकाल में हरियाणा की सकल राज्य उत्पादन (GSDP) विकास दर 18% थी, जो बीजेपी सरकार में घटकर मात्र 6.4% रह गई है।”
“जनता को बीजेपी सरकार के बजट से कोई उम्मीद नहीं”
हुड्डा ने कहा कि हर बार वादाखिलाफी करने वाली बीजेपी सरकार से जनता को इस बार के बजट से भी कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति और सरकार की दिशाहीन नीतियों के कारण हरियाणा विकास की दौड़ में पिछड़ चुका है।
अब देखना यह होगा कि आने वाले चुनावों में जनता बीजेपी सरकार की नीतियों पर क्या फैसला लेती है।