नवकार मंत्र के मूल्यों को जीवन में उतारकर इसे वैश्विक शांति का बनाए माध्यम : विनोद बापना।

गुरुग्राम (जतिन/राजा) : विश्व नवकार दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए नवकार मंत्र की आध्यात्मिक महत्ता और इसकी सार्वभौमिकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऐतिहासिक संबोधन में नवकार मंत्र को मानवता को जोडऩे वाली आध्यात्मिक ऊर्जा बताया। यह बात श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा गुरुग्राम के अध्यक्ष विनोद बापना ने प्रैस को जारी बयान में कही।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संबोधन ना केवल आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ाने वाला रहा, बल्कि जैन समुदाय को भी एक नई ऊर्जा और सम्मान प्रदान करने वाला साबित हुआ। उन्होंने इस दिन को सभी के लिए आत्मनिरीक्षण और आंतरिक शांति का अवसर बताते हुए कहा कि नवकार मंत्र केवल जैन धर्म का नहीं, बल्कि यह समूची मानवता के कल्याण की भावना से ओत-प्रोत है। यह अहिंसा, क्षमा, करुणा और आत्मशुद्धि की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम देश की एकता ही हमारे धर्म और देश को शक्ति देते है। ऐसे में प्रत्येक जन विशेषकर युवाओं को ऐसे कार्यक्रमों का जरूर हिस्सा बनना चाहिए।
विनोद बापना ने कहा कि हमारा लक्ष्य भारत आध्यात्मिक नेतृत्व में भी विश्वगुरु बनाना और नवकार मंत्र इस दिशा में एक मजबूत आधार बनाना होना चाहिए। ऐसे में युवाओं से आह्वान किया कि वे नवकार मंत्र के मूल्यों को अपने जीवन में उतारें और इसे वैश्विक शांति का माध्यम बनाएं। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे विश्व नवकार दिवस जल संरक्षण, एक पेड़ मां के नाम, स्वच्छता बनाए रखने, वोकल फॉर लोकल को बढ़ाव देने, देश भ्रमण को प्राथमिकता देने, ऑर्गेनिक खेती को अपनाने, योग, खेलकूद व मोटा अनाज के माध्यम से स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने पर जोर दें ताकि भारत को एक सभ्य एवं स्वस्थ देश बनया जा सकें।
