भाजपा सरकार ने 6 माह बाद भी न पेंशन बढ़ाई, न महिलाओं को मिला वादा किया गया भत्ता

18 अप्रैल 2025, चंडीगढ़, गुरुग्राम, रेवाड़ी – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि सत्ता में आने के छह महीने बाद भी भाजपा ने अपने वादों को पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि बुज़ुर्गों, विधवाओं और विकलांगों की पेंशन में न तो कोई बढ़ोतरी की गई है और न ही महिलाओं को ‘लाडो बहन योजना’ के तहत ₹2100 मासिक सहायता मिलनी शुरू हुई है।

खट्टर सरकार का वादा, लेकिन धरातल पर सन्नाटा

वेदप्रकाश विद्रोही ने याद दिलाया कि फरवरी 2024 में प्रस्तुत बजट में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने घोषणा की थी कि 1 नवम्बर 2024 से सामाजिक पेंशन में ₹250 प्रति माह की बढ़ोतरी की जाएगी। साथ ही भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि सामाजिक पेंशन को महंगाई सूचकांक से जोड़ा जाएगा, ताकि समय के साथ पेंशन स्वतः बढ़े। लेकिन सत्ता में वापसी के छह महीने बीत जाने के बाद भी ये घोषणाएं सिर्फ कागज़ों तक ही सीमित हैं।

महिलाओं से भी किया गया वादा बना छलावा

विद्रोही ने कहा कि भाजपा की लाडो बहन योजना के अंतर्गत महिलाओं को हर महीने ₹2100 देने का वादा भी अधर में लटका हुआ है। न तो यह तय किया गया है कि यह राशि किसे मिलेगी, और न ही इसके लिए कोई स्पष्ट गाइडलाइन जारी हुई है।

वादाखिलाफी या रणनीतिक धोखाधड़ी?

वेदप्रकाश विद्रोही ने तीखा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा जानबूझकर नियमों की आड़ में लाभार्थियों को वंचित रखने की चाल चल रही है। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार का रवैया यह दर्शाता है कि उनकी कथनी और करनी में दिन-रात का फर्क है। वे चुनावी वादे कर जनभावनाओं का शोषण करते हैं और बाद में उन्हें भूल जाते हैं।”

कागज़ों में पूरे हुए वादे, जमीन पर नहीं दिखी हकीकत

उन्होंने बताया कि भाजपा जिन 19 वादों को ‘पूरा हुआ’ घोषित कर रही है, वे केवल दस्तावेज़ों पर पूरे हुए हैं — जमीनी हकीकत एकदम विपरीत है। विद्रोही ने भाजपा के इस रवैये को “ठगी और धोखाधड़ी का जीवंत प्रमाण” बताया।

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