आरोपी ICU टेक्नीशियन, पॉर्न वीडियो देखने का था आदी; मोबाइल से हुई पुष्टि
गुरुग्राम, 19 अप्रैल 2025। गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में महिला के साथ उपचार के दौरान यौन उत्पीड़न के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस की गहन जांच और पूछताछ में आरोपी ने वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली है। आरोपी के मोबाइल फोन से भी इस आपराधिक प्रवृत्ति के प्रमाण मिले हैं, जिसमें पॉर्न वीडियो की सर्च हिस्ट्री और आदत की पुष्टि हुई है।
गंभीर शिकायत पर हुई त्वरित कार्रवाई
घटना की शिकायत दिनांक 14 अप्रैल 2025 को पीड़िता द्वारा थाना सदर गुरुग्राम को दी गई थी। शिकायत पर तत्परता दिखाते हुए संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। इस गंभीर प्रकरण को ध्यान में रखते हुए डॉ. अर्पित जैन (IPS), पुलिस उपायुक्त मुख्यालय, गुरुग्राम के सुपरविजन में एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की गई।
SIT की 8 अलग-अलग पुलिस टीमों ने अस्पताल परिसर में लगे लगभग 800 CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली, साथ ही स्टाफ से भी गहन पूछताछ की। जांच के परिणामस्वरूप पीड़िता के साथ यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई और आरोपी की पहचान दीपक (उम्र 25 वर्ष), निवासी गांव बधौली, जिला मुजफ्फरपुर, बिहार के रूप में की गई।
आरोपी का अस्पताल में ICU टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत होना सामने आया

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने वर्ष 2019 से 2022 के बीच एक निजी संस्थान से B.Sc. (O.T.) की पढ़ाई की थी और वह एक औसत छात्र था। पिछले पांच महीनों से वह इस अस्पताल में ICU में उपचार मशीन टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत था।
CCTV और मोबाइल डेटा से मिली पुख्ता पुष्टि
अस्पताल के CCTV फुटेज में स्पष्ट रूप से दिखा कि घटना के समय आरोपी पीड़िता के पास गया था। यही नहीं, आरोपी ने खुद भी पूछताछ में यौन उत्पीड़न की वारदात को अंजाम देने की बात कबूली है।
इसके अलावा, आरोपी के मोबाइल फोन की जांच में यह सामने आया कि वह पॉर्न वीडियो देखने का आदी है, और उसने घटना से पहले और बाद में भी अश्लील सामग्री देखी थी, जो मोबाइल की ब्राउज़िंग हिस्ट्री और सर्च रिकॉर्ड से प्रमाणित हुई है।
न्यायिक हिरासत में भेजा गया आरोपी
पुलिस ने आरोपी को दिनांक 18 अप्रैल को गुरुग्राम के सदर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया और आज दिनांक 19 अप्रैल 2025 को उसे माननीय अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस द्वारा मामले की गहन जांच जारी है और अन्य सभी साक्ष्यों को भी एकत्रित किया जा रहा है।
पुलिस प्रशासन का कहना है कि महिला की गरिमा और सुरक्षा सर्वोपरि है, और इस तरह की घटनाओं को कड़ी सज़ा दिलाने के लिए कानून के हर पहलू का सख्ती से पालन किया जाएगा।