
रेवाड़ी, 21 अप्रैल 2025 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने अहीरवाल क्षेत्र में विकास की कथित उपेक्षा को लेकर भाजपा सरकार और जनप्रतिनिधियों पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके चुने हुए प्रतिनिधि केवल जुमलेबाजी के माध्यम से जनता को गुमराह कर रहे हैं, जबकि क्षेत्र की जमीनी समस्याएं वर्षों से जस की तस बनी हुई हैं।
विद्रोही ने उदाहरण देते हुए कहा कि रेवाड़ी बॉयज कॉलेज और जाटूसाना के सरकारी कॉलेज पिछले 8 वर्षों से अपने भवन के लिए तरस रहे हैं। आज भी ये संस्थान मात्र 4-5 कमरों में जैसे-तैसे संचालित हो रहे हैं। वहीं, रेवाड़ी के सेक्टर-4 स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का भवन पिछले पांच वर्षों से बजट की कमी के चलते अधूरा पड़ा है। एक एनजीओ द्वारा तबाह किए गए इस स्कूल की मरम्मत भी तीन सालों में नहीं हो सकी है। सेक्टर-8 के कन्या कॉलेज की मरम्मत कार्य भी अधर में लटका हुआ है।
पेयजल और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति भी बदहाल
वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि पिछले दस वर्षों से रेवाड़ी में नहरी आधारित पेयजल व्यवस्था के लिए वाटर टैंक निर्माण हेतु भूमि तक उपलब्ध नहीं करवाई जा सकी है। “रेवाड़ी की जनता दस साल से प्यासी मर रही है,” उन्होंने तीखे स्वर में कहा। इसके अतिरिक्त, सामान्य अस्पताल को 200 बेड का बनाने की योजना भी पिछले छह वर्षों से जमीन के अभाव में अटकी पड़ी है।
फोटो इवेंट और जमीनी सच्चाई में फर्क
उन्होंने नवनिर्वाचित विधायक पर भी निशाना साधते हुए कहा कि विधायक केवल मीडिया में फोटो खिंचवाकर शहर की सफाई, पार्कों की मरम्मत और टूटी सड़कों की मरम्मत के दावे करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन कार्यों के लिए या तो बजट नहीं मिला या जो राशि आई भी, वह भ्रष्ट अफसरशाही और भाजपा से जुड़े नेताओं द्वारा हड़प ली गई।
जनता को जुमलों से नहीं, ईमानदारी से चाहिए विकास
वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा, “जो सरकार वर्षों पुराने प्रोजेक्ट्स के लिए बजट और भूमि नहीं उपलब्ध करवा सकी, वह विकास और जनसरोकारों को कैसे पूरा करेगी?” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार, उसके मंत्री, सांसद और विधायक केवल जुमलों से जनता को ठग सकते हैं, लेकिन अहीरवाल के विकास को ईमानदारी से आगे नहीं बढ़ा सकते।