कहा – साइलो तक गेहूं ले जाने की जिम्मेदारी सरकार की, किसान पर बोझ डालना अन्यायपूर्ण
चंडीगढ़, 21 अप्रैल 2025 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव एवं राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आज कैथल के ढांड क्षेत्र में अदानी साइलो के बाहर गेहूं लेकर खड़े किसानों की स्थिति को लेकर केंद्र और हरियाणा सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सैनी से सीधे सवाल करते हुए भाजपा सरकार को किसान, मजदूर और आढ़ती विरोधी बताया।
सुरजेवाला ने कहा कि किसान की जिम्मेदारी केवल मंडी तक फसल लाने की होती है, न कि अदानी साइलो तक पहुंचाने की। बावजूद इसके सरकार की नीतियों के चलते किसान पर न सिर्फ आर्थिक बोझ डाला जा रहा है, बल्कि उसे अमानवीय परिस्थितियों में घंटों तपती धूप में खड़ा रहने को मजबूर किया जा रहा है।
सुरजेवाला ने सरकार से पूछे ये तीखे सवाल:
▪️ क्यों किसान को अदानी साइलो तक गेहूं पहुंचाने के लिए मजबूर किया जा रहा है?
▪️ जब 80% किसानों के पास ट्रैक्टर-ट्रॉली नहीं है तो ₹6,000 प्रतिदिन का किराया किसान क्यों दे?
▪️ साइलो का मुनाफा अदानी को और किराया किसान से – यह अन्याय क्यों?
▪️ क्यों किसानों को 42 डिग्री तापमान में बिना छांव, पानी और भोजन के खड़ा रहना पड़ता है?
▪️ सरकार किसानों को साइलो तक फसल लाने का भाड़ा क्यों नहीं देती?
▪️ अदानी साइलो में कन्वेयर बेल्ट से काम होता है, तो ढांड मंडी के 1000 मजदूरों की रोज़ी-रोटी का क्या होगा?
▪️ पानीपत और कुरुक्षेत्र में नए साइलो बनने से मजदूरों, विशेषकर SC/BC समुदाय से जुड़े परिवारों पर क्या असर पड़ेगा?
▪️ क्या यह सब मंडियों को धीरे-धीरे बंद करने, आढ़तियों को खत्म करने और तीनों कृषि विरोधी काले कानूनों को चुपचाप लागू करने की साजिश है?
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह सब केवल एक कॉर्पोरेट मित्र की तिजोरी भरने के लिए किया जा रहा है, जिसकी कीमत किसान, मजदूर और आढ़ती चुका रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह जवाबदेही तय करे और दिखावे के जुमलों की जगह जमीनी हकीकत पर ध्यान दे।
“मुख्यमंत्री नायब सैनी और भाजपा सरकार को अब जनता को जवाब देना होगा – सिर्फ जुमले नहीं चलेंगे,” सुरजेवाला ने स्पष्ट शब्दों में कहा।