हर जाति, वर्ग के लोगों ने परशुराम की शिक्षाओं पर चलने का लिया संकल्प
गुरुग्राम। भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के अवसर पर सामाजिक समरसता समिति द्वारा आयोजित भव्य सम्मेलन में सभी वर्गों और जातियों के लोगों ने एकत्र होकर एकता, संस्कार और समाज सेवा का संकल्प लिया। शक्ति पार्क स्थित भगवान परशुराम भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में चार घंटे तक चले आयोजन के दौरान विविध सांस्कृतिक, धार्मिक और प्रेरणादायक गतिविधियाँ संपन्न हुईं।
सम्मेलन का शुभारंभ शंखनाद और वैदिक मंत्रोच्चार से

कार्यक्रम की शुरुआत भगवान परशुराम के पूजन और मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई। इस पावन अवसर पर आरएसएस के उत्तर क्षेत्र संघ चालक पवन जिंदल ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की, वहीं हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। प्रो. डी.पी. भारद्वाज, गुरुग्राम की मेयर राजरानी मल्होत्रा, भाजपा जिलाध्यक्ष सर्वप्रिय त्यागी ‘पिंटू’, और पूर्व चेयरमैन पं. जी.एल. शर्मा ने भी मंच को गरिमा प्रदान की।
भारत विश्व नेतृत्व को तैयार : पवन जिंदल
मुख्य वक्ता पवन जिंदल ने अपने प्रेरणास्पद संबोधन में कहा, “भारत आज वैश्विक मंच पर नेतृत्व के लिए पूरी तरह तैयार है। हमारी संस्कृति, परंपराएं और ज्ञान परंपरा आज भी विश्व को मार्गदर्शन देने की क्षमता रखती हैं।” उन्होंने कहा कि जैसे गुरु गोविंद सिंह जी ने हर घर में एक योद्धा की परिकल्पना की थी, वैसे ही आज ब्राह्मण समाज को हर घर में एक विद्वान, संस्कारवान और समाजप्रेमी व्यक्ति का निर्माण करना चाहिए।
“गुरुग्राम से करें पॉलीथिन मुक्त हरियाणा की पहल”: राव नरबीर

हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर ब्राह्मण समाज से महत्वपूर्ण अपील की। उन्होंने कहा, “पॉलीथिन मुक्त हरियाणा की शुरुआत गुरुग्राम से होनी चाहिए, क्योंकि यह शहर आज प्रदूषण की गंभीर चुनौती से जूझ रहा है।” उन्होंने बताया कि सीवर जाम की अधिकांश समस्याओं की जड़ पॉलीथिन है, जिसे सड़ने में 400 साल तक का समय लग सकता है।
उन्होंने शादियों में कार्ड छपवाने की परंपरा को भी पर्यावरण के लिए घातक बताया और पीले चावल या डिजिटल निमंत्रण जैसे पारंपरिक और तकनीकी विकल्प अपनाने की सलाह दी।
100 एकड़ भूमि में बनेगी आधुनिक गौशाला
राव नरबीर ने जानकारी दी कि गुरुग्राम में बेसहारा पशुओं की समस्या का समाधान भी सरकार की प्राथमिकता में है। उन्होंने बताया कि हसनपुर गांव में 100 एकड़ भूमि पर एक विशाल गौशाला की योजना बन चुकी है। यह गौशाला आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगी और इसमें बेसहारा पशुओं को उचित देखभाल मिल सकेगी।
पर्यावरण के साथ सामाजिक पर्यावरण की भी चिंता: डीपी भारद्वाज
संस्कार भारती के प्रांत प्रभारी प्रो. डीपी भारद्वाज ने अपने वक्तव्य में न केवल भौतिक पर्यावरण, बल्कि सामाजिक पर्यावरण के संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता तभी संभव है जब सभी वर्गों में संवाद और सहयोग बना रहे।
समरसता का प्रतीक बना भगवान परशुराम भवन

कार्यक्रम के दौरान भगवान परशुराम भवन सामाजिक समरसता, एकता और संस्कृति का प्रतीक बन गया। अतिथियों और आयोजकों द्वारा विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों को फरसा भेंट कर सम्मानित किया गया, जो परशुराम के शौर्य और ज्ञान के प्रतीक के रूप में देखा गया।
भजन, देशभक्ति गीतों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने पूरे वातावरण को भक्तिमय और प्रेरणादायक बना दिया। हरियाणवी संस्कृति के संवाहक पंडित महावीर गुड्डू और उनकी टीम ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी को भावविभोर कर दिया।
पॉलीथिन मुक्त हरियाणा का संकल्प
कार्यक्रम के अंत में पूर्व चेयरमैन जीएल शर्मा ने सभी उपस्थित लोगों को पॉलीथिन पर प्रतिबंध की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज की विभिन्न संस्थाएं इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएंगी।
निष्कर्ष
भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर आयोजित यह आयोजन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना और समरसता का अद्भुत संगम था। इसमें पर्यावरण संरक्षण, सांस्कृतिक जागरूकता और सामाजिक एकजुटता का संदेश समाज के सभी वर्गों तक पहुंचा।