डॉ. नीतिका शर्मा ने बच्चों को दी स्वास्थ्यवर्धक जीवनशैली की सीख, मोटापे से बचाव की दिलाई शपथ

गुरुग्राम, 24 अप्रैल: आयुष विभाग गुरुग्राम द्वारा विश्व लिवर दिवस के उपलक्ष्य में आज दौलताबाद स्थित कन्या प्राथमिक पाठशाला, आंगनवाड़ी केंद्र और राजकीय होम्योपैथिक डिस्पेंसरी में एक विशेष स्वास्थ्य चर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीतिका शर्मा ने किया। इस वर्ष ‘भोजन ही औषधि है’ (Food is Medicine) की थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में कुल 181 बच्चों और शिक्षकों ने भाग लिया।
डॉ. नीतिका शर्मा ने अपने संबोधन में लिवर के महत्व को विस्तार से समझाते हुए कहा कि लिवर न केवल शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग है, बल्कि यह चयापचय, विषाक्त पदार्थों की सफाई, पाचन, प्रतिरक्षा और ऊर्जा भंडारण जैसे कई आवश्यक कार्यों में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा, “लिवर में यह विलक्षण क्षमता होती है कि वह स्वयं को 70% तक क्षतिग्रस्त होने के बाद भी पुनः विकसित कर सकता है, लेकिन इसकी अनदेखी गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है।”
उन्होंने बच्चों को संतुलित आहार, साफ-सफाई, व्यायाम और नियमित दिनचर्या के महत्त्व को भी समझाया, और सभी को मोटापे से बचाव की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) की टीम ने बच्चों की स्वास्थ्य स्क्रीनिंग की। साथ ही योग सहायक मोनिका द्वारा बच्चों को सरल योगाभ्यास कराए गए जिससे उनमें स्वास्थ्य के प्रति रुचि और सजगता बढ़े। इस अवसर पर डॉ. रेणु, डॉ. नवीन, मोनिका, रेणु सहित स्कूल और आंगनवाड़ी के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों ने ‘स्वस्थ लिवर, स्वस्थ जीवन’ के संदेश को आत्मसात करते हुए लिवर स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने की अपील की।