गुरुग्राम, 30 अप्रैल 2025 — राष्ट्रमंडल खेल (CWG) 2010 में कथित भ्रष्टाचार के मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार को जांच एजेंसी ईडी (ED) द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के बाद, समाजसेवी गुरिंदरजीत सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने उस समय राजनीति से प्रेरित होकर कांग्रेस नेतृत्व पर झूठे आरोप लगाए, जिससे कांग्रेस को सत्ता से बाहर होना पड़ा।

गुरिंदरजीत सिंह ने आरोप लगाया कि मोदी और केजरीवाल की आपसी साठगांठ और सुनियोजित रणनीति के तहत कांग्रेस सरकार को बदनाम किया गया, जबकि अब जांच एजेंसियों की रिपोर्ट ने साफ कर दिया है कि डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार थे।

सिख समाज को बदनाम करने की साजिश

उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर चिंता जताई कि यह आरोप एक सिख नेता पर लगाए गए, जिससे सिख समाज की छवि भी धूमिल करने का प्रयास किया गया। अब जबकि ईडी ने कलमाड़ी के खिलाफ कोई सबूत न मिलने पर कोर्ट में क्लोज़र रिपोर्ट दाखिल कर दी है, तो यह स्पष्ट हो गया है कि उस समय का पूरा मामला राजनीति से प्रेरित था।

महंगाई पर भी साधा निशाना

गुरिंदरजीत सिंह ने वर्तमान सरकार पर महंगाई को लेकर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि “2014 से पहले जो आवश्यक वस्तुएं सस्ती थीं, आज उनकी कीमतें दोगुनी से अधिक हो चुकी हैं। आटा, दूध, गैस, पेट्रोल, डीज़ल सभी चीजें आम आदमी की पहुंच से बाहर हो चुकी हैं। ऐसे में देश की जनता को डॉ. मनमोहन सिंह की ईमानदार और जनहितैषी सरकार की याद आना स्वाभाविक है।”

“अब भाषण नहीं, समाधान चाहिए”

उन्होंने कहा कि जनता अब सिर्फ भाषणों से नहीं, ठोस कार्यों से बदलाव चाहती है। “वो समय याद कीजिए जब जुमले नहीं, सस्ता राशन मिलता था, और सरकार का काम जनता की सेवा होता था, न कि विपक्ष को बदनाम करना।”

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