भाखड़ा जल विवाद पर त्वरित कार्रवाई की मांग

चंडीगढ़,गुरुग्राम,रेवाड़ी, 3 मई 2025 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने अहीरवाल क्षेत्र में गहराते जल संकट को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पहले ही पेयजल की भारी किल्लत झेल रहे अहीरवाल में अब जनस्वास्थ्य विभाग ने एक दिन छोड़कर एक दिन पानी देने की घोषणा कर दी है, साथ ही चेतावनी दी है कि यह कटौती दो दिन में एक बार की भी हो सकती है।
विद्रोही ने आशंका जताई कि जब गर्मी की शुरुआत में ही हालात इतने खराब हैं तो मई-जून की भयंकर गर्मी में अहीरवाल वासियों को कितनी कठिनाई झेलनी पड़ेगी, इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाखड़ा जल विवाद को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच कोई समाधान नहीं निकलने की स्थिति में आने वाले महीनों में अहीरवाल में भीषण जल संकट खड़ा हो जाएगा।
उन्होंने भाजपा सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि बीते दस वर्षों में सरकार ने अहीरवाल में नहरी पानी आधारित पेयजल योजना की खूब घोषणाएं कीं, पर धरातल पर कोई ठोस काम नहीं हुआ। विद्रोही ने सवाल किया कि जब मुख्यमंत्री के लिए उडऩ खटोला और मंत्रियों के लिए लग्जरी कारों पर करोड़ों खर्च किए जा सकते हैं, तो फिर अहीरवाल के लिए वाटर टैंक बनाने हेतु जमीन अधिग्रहण पर पैसे खर्च करने में क्या बाधा है?
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार भूमि अधिग्रहण कानून, 2013 के तहत जमीन अधिग्रहित करने की बजाय मुफ्त में जमीन मांगती रही, जिससे वाटर टैंक निर्माण की प्रक्रिया ठप रही। उन्होंने कहा, “जो सरकार जनता की बुनियादी जरूरत – पेयजल – के लिए भी मुफ्त जमीन पर अड़ी हो, वह जनविरोधी और क्रूर शासन का उदाहरण है।”
विद्रोही ने सरकार से मांग की है कि वह “जुमलेबाजी छोड़कर” अहीरवाल के जल संकट को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द पूरे क्षेत्र में पर्याप्त जलाशयों और वाटर टैंकों के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करे। उन्होंने याद दिलाया कि अहीरवाल की जनता ने तीन आम चुनावों में भाजपा को एकतरफा समर्थन दिया है, अब सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इस क्षेत्र को जल संकट से उबारे।