पीएनजीआई द्वारा 5वां महिला उपलब्धि सम्मान समारोह 14 मई को।

नारी केवल प्रेरणा नहीं, परिवर्तन की वाहक भी है : विनोद बापना।

महिलाओं के अधिकारों को सुरक्षित करके, हम एक न्यायपूर्ण और प्रगतिशील समाज का निर्माण करते हैं- योगेश मुंजाल।

गुरूग्राम (जतिन /राजा ) – 03 मई : समाज में महिलाओं की भूमिका आज केवल सीमित दायरे तक नहीं रही। हर क्षेत्र में महिलाएं अपनी प्रतिभा, मेहनत एवं समर्पण से एक नई पहचान बना रही है तथा राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर देश को गौरवांवित कर अन्य महिलाओं को भी चूल्हे-चौके की दौड़ से बाहर निकलकर अपनी सपनों की उड़ान भरकर सफलता के आसमान को छूने के लिए प्रेरित कर रही है। इसी प्रेरणा को समर्पित करते हुए पीएनजीआई द्वारा 5वां महिला उपलब्धि सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा।

यह जानकारी देते हुए पीएनजीआई व सीआईआई गुरूग्राम जोन के चेयरमैन विनोद बापना ने बताया कि 5वां महिला उपलब्धि सम्मान समारोह 14 मई को गुरूग्राम के नजदीक स्थित लिंगाया लालिता देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साईंस (एलडीआईएमएस) में किया जाएगा। जिसमें ना केवल गुरूग्राम, बल्कि देश भर से विभिन्न क्षेत्रों में बतौर मुख्यअतिथि मुंजाल शोवा लिमिटेड के फाऊंडर एंड एमडी योगेश मुंजाल, अति विशिष्ट अतिथि अर्जुन अवॉर्डी एसएसओ नेहा राठी तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर एएसके ऑटोमोटिव ग्रुप अध्यक्षा एवं सीएचआरओ ईभा लाल, रीजनल पीएफ कमीश्रर गुरूग्राम वेस्ट विक्रम सिंह व वॉटरमार्क एसोसिएट डायरेक्टर ऑफ प्यूपल जलाज शर्मा शिरकत करेंगे तथा विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि प्राप्त महिलाओं को सम्मानित करेंगे।

चेयरमैन विनोद बापना ने कहा कि नारी केवल प्रेरणा नहीं, परिवर्तन की वाहक भी है। जिन्होंने आज विभिन्न क्षेत्रों में ना केवल शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है, बल्कि उन महिलाओं के लिए भी एक प्रेरणा की ज्योत बनी है, जो कि प्रतिभावान होने के बावजूद भी दहलीज पार करने से घबराती थी। उन्होंने कहा कि इस समारोह के माध्यम से उन सभी प्रतिभाओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा, जो कि राष्ट्र की तरक्की में अपनी अहम भूमिका निभा रही है।

वही इस सम्मान समारोह में बतौर मुख्यअतिथि पहुंचने वाले मुंजाल शोवा लिमिटेड के फाऊंडर एंड एमडी योगेश चंद्र मुंजाल ने आयोजकों की सोच की प्रशंसा करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण केवल महिलाओं का मुद्दा नहीं है, यह एक मानवीय मुद्दा है। इसका मतलब है सभी के लिए समान अधिकार, अवसर और सम्मान सुनिश्चित करना।उन्होंने कहा कि समानता एक मौलिक मानव अधिकार है। महिलाऐं शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सेवा और निर्णय लेने की समान पहुँच की हकदार हैं। इन अधिकारों को सुरक्षित करके, हम एक न्यायपूर्ण और प्रगतिशील समाज का निर्माण करते हैं।

इस मौके पर पीएनजीआई की को-फाउंडर जोहा अशफाक अहमद व बिजनेस एडवाइजर आशु कश्यप ने कहा कि जब एक महिला को आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, तो वह राष्ट्र को तरक्की की तरफ अग्रसर करने के समान है। ऐसे में इस प्रकार के आयोजन महिलाओं के साथ-साथ राष्ट्र के उत्थान का भी कारक बनते है। ऐसे में इस समारोह का महत्व महिलाओं की उपलब्धियों की सराहना करना है।

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