महिला एवं बाल विकास मंत्री ने जल्द फैसलों का दिया भरोसा

गुरुग्राम, 6 मई 2025 — हरियाणा की आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की समस्याओं और मांगों को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने आज यूनियन प्रतिनिधियों के साथ चंडीगढ़ में महत्वपूर्ण बैठक की। यह वार्ता 19 अप्रैल को भिवानी में आयोजित बड़ी रैली के बाद हुई, जिसमें यूनियन ने सरकार का ध्यान अपनी लंबित मांगों की ओर आकर्षित किया था।
मंत्री आवास पर हुई इस बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल, विभाग निदेशक मोनिका मलिक और संयुक्त निदेशक पूनम रमन उपस्थित रहे। यूनियन की ओर से राज्य अध्यक्ष रूपा राणा, सीटू प्रदेश महासचिव जय भगवान, और अन्य पदाधिकारी—बिजनेश राणा, सोना देवी, कृष्णा जांगड़ा, वीरों रानी, रानी लाम्बा, राजबाला शर्मा, प्रकाशी, और सरस्वती—प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।
यूनियन ने बैठक में प्रमुख रूप से निम्नलिखित मांगें उठाईं:
- वर्कर्स और हेल्पर्स के लिए न्यूनतम वेतन ₹26,000 निर्धारित किया जाए।
- वर्कर्स को तृतीय श्रेणी और हेल्पर्स को चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी दर्जा दिया जाए।
- हड़ताल के दौरान टर्मिनेट किए गए कर्मचारियों का मानदेय जारी हो तथा उनके केस वापस लिए जाएं।
- जींद की वर्कर सुमन की बहाली की जाए।
- पोषण ट्रैकिंग में अनिवार्य फोटो कैप्चर की व्यवस्था समाप्त हो।
- सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के निर्णयों के अनुसार ग्रेच्युटी लाभ दिए जाएं।
- 50% प्रमोशन की व्यवस्था लागू हो और खाली पदों पर शीघ्र भर्ती हो।
- प्ले-वे स्कूल और क्रेच केंद्रों के संचालन हेतु अतिरिक्त वेतन दिया जाए।
- बकाया किराया और मानदेय शीघ्र जारी किया जाए।
- राशन आपूर्ति से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जाए।
मंत्री श्रुति चौधरी ने सभी मुद्दों को गंभीरता से सुनते हुए सकारात्मक निर्णयों का आश्वासन दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पोषण ट्रैकिंग की फोटो कैप्चर समस्या का समाधान किया जाए, बकाया मानदेय और किराया तुरंत जारी हो तथा प्रमोशन संबंधी मामले को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि आंदोलन के दौरान दर्ज केसों की वापसी की प्रक्रिया जारी है और टर्मिनेटेड वर्कर सुमन की बहाली पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा। स्थायी कर्मचारी दर्जा, न्यूनतम वेतन और ग्रेच्युटी लाभ देने संबंधी मुद्दों पर भी सरकार विचार कर रही है।
यूनियन पदाधिकारी रानी लाम्बा और सरस्वती ने बताया कि वार्ता सकारात्मक रही। उन्होंने घोषणा की कि पक्के कर्मचारी दर्जा और ₹26,000 वेतन की मांग को लेकर 20 मई को प्रस्तावित देशव्यापी हड़ताल में गुरुग्राम की आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स भी बढ़-चढ़ कर भाग लेंगी।