पोस्टर से अंबेडकर और वरिष्ठ नेताओं की गैरमौजूदगी से उपजा असंतोष

ऋषि प्रकाश कौशिक

गुड़गांव, 6 मई 2025 — हरियाणा के गुड़गांव जिले के बादशाहपुर में कांग्रेस द्वारा आयोजित ‘संविधान बचाओ’ अभियान आज उस उद्देश्य से भटकता नजर आया, जिसके तहत इसे शुरू किया गया था। कार्यक्रम के प्रचार पोस्टर में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर शामिल न किए जाने से दलित समाज के साथ-साथ पार्टी के अंदर भी असंतोष की लहर फैल गई है।

स्थिति तब और संवेदनशील हो गई जब यह तथ्य सामने आया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव जितेंद्र बघेल – दोनों ही दलित समुदाय से आते हैं। बावजूद इसके, बाबा साहेब की उपेक्षा ने कांग्रेस की कथनी और करनी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

इस आयोजन के पोस्टर में पूर्व सांसद राज बब्बर और अहीरवाल क्षेत्र के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव जैसे अनुभवी नेताओं की भी तस्वीरें नहीं थीं। मंच पर  पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ तकरीबन 40 नेता भले ही मौजूद रहे, लेकिन कार्यक्रम में अपेक्षित जनसमूह की कमी साफ देखी गई।

एक और विवाद सोशल मीडिया पर उस समय भड़का जब हुड्डा समर्थक कुछ नेताओं द्वारा जारी निजी निमंत्रण पोस्टरों में कांग्रेस की महासचिव व सांसद कुमारी शैलजा और महासचिव व राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला की तस्वीरें जानबूझकर हटाई गईं। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर पार्टी के भीतर जारी गुटबाजी को उजागर कर दिया।

कार्यक्रम स्थल को लेकर भी स्थानीय जिला इकाई की असमर्थता सामने आई। कांग्रेस को गुड़गांव शहर में कोई उपयुक्त स्थान तक तय नहीं कर पाने की आलोचना का सामना करना पड़ा।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस आयोजन को कांग्रेस अपनी एकता और समरसता दिखाने के अवसर के रूप में इस्तेमाल कर सकती थी, मगर अंततः यह आयोजन दलित उपेक्षा, आंतरिक मतभेद और घटते जन समर्थन की एक झलक बनकर रह गया।

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