जनता से सहयोग की अपील, आपात स्थिति की तैयारी के लिए अभ्यास

चंडीगढ़/गुड़गांव, 6 मई 2025 — हरियाणा सरकार द्वारा 7 मई को पूरे राज्य में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों के लिए तैयार करना है और किसी संभावित संकट की स्थिति में दहशत की संभावना को कम करना है। इस संबंध में प्रशासन ने आम जनता के लिए कई दिशा-निर्देश और सावधानियाँ जारी की हैं।

ड्रिल से पहले नागरिक क्या करें?

  • मोबाइल फोन और पावर बैंक रात को ही पूरी तरह चार्ज कर लें।
  • आपातकालीन किट तैयार रखें, जिसमें बैटरी या सौर ऊर्जा से चलने वाली टॉर्च, रेडियो, ग्लो स्टिक, वैध पहचान पत्र, दवाइयाँ, सूखा भोजन और पीने का पानी शामिल हों।
  • सायरन सिग्नल की जानकारी रखें:
    • लंबा निरंतर सायरन = अलर्ट
    • छोटे अंतराल वाला सायरन = सब सुरक्षित
  • सूचना के लिए आकाशवाणी, दूरदर्शन या अन्य आधिकारिक स्रोतों पर नज़र रखें।
  • सुरक्षित स्थान पहले से चिन्हित करें, जैसे घर का आंतरिक कमरा या तहखाना।
  • परिवार के साथ अभ्यास करें कि सायरन बजने पर 1-2 मिनट के भीतर सभी लोग सुरक्षित स्थान पर इकट्ठा हो जाएं।
  • आपातकालीन नंबर याद रखें:
    • पुलिस: 112
    • अग्निशमन सेवा: 101
    • एम्बुलेंस: 120
  • शाम 7 से 8 बजे के बीच लिफ्ट का उपयोग न करें। ब्लैकआउट के समय लिफ्ट निष्क्रिय कर दें।
  • बुजुर्गों, बच्चों और पालतू जानवरों को पहले से जानकारी दें और तैयार रखें।

ड्रिल के दौरान क्या करें?

  • अगर “यह एक अभ्यास है” जैसी घोषणाएँ सुनाई दें तो घबराएं नहीं।
  • पुलिस, स्कूल प्रशासन या अन्य सरकारी एजेंसियों के निर्देशों का पालन करें।
  • तुरंत परिवार सहित तय सुरक्षित स्थान पर चले जाएँ।

ब्लैकआउट के समय सावधानियाँ:

  • घर के अंदर रहें, खिड़कियों से दूर रहें।
  • वाहन चला रहे हों तो सुरक्षित स्थान पर रोकें, लाइटें बंद करें और वाहन के अंदर ही रहें।
  • सभी इनडोर व आउटडोर लाइटें, इन्वर्टर, जनरेटर आदि बंद कर दें।
  • गैस और बिजली के उपकरणों को बंद करना सुनिश्चित करें।
  • बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों की निगरानी लगातार रखें।
  • खिड़कियों के पास मोबाइल या एलईडी उपकरण का उपयोग न करें।
  • मोटे पर्दे लगाएँ या खिड़कियों को कार्डबोर्ड या पैनल से ढकें।
  • सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाएं और केवल आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें।

ड्रिल के बाद:

  • जब तक प्रशासन से अन्य निर्देश न मिले, सामान्य दिनचर्या शुरू करें।
  • अपनी प्रतिक्रिया स्थानीय आरडब्ल्यूए या जिला प्रशासन के साथ साझा करें।
  • बच्चों और बुजुर्गों से संवाद करें और उन्हें विश्वास दिलाएं कि यह केवल एक अभ्यास था।

विशेष निर्देश:
यह मॉक ड्रिल राज्य के अस्पतालों और नर्सिंग होम पर लागू नहीं होगी। हालाँकि, इन संस्थानों से अपेक्षा की गई है कि वे खिड़कियों को मोटे पर्दों से ढकें और सतर्क रहें।

प्रशासन की अपील:
“यह मॉक ड्रिल किसी आपदा की सूचना नहीं, बल्कि उसकी तैयारी है। आपका सहयोग हमें एक सुरक्षित और संगठित समाज की दिशा में आगे ले जाएगा,” — सिविल डिफेंस विभाग।

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