समाजसेवी गुरिंदरजीत सिंह बोले — क्या गुरुग्राम शिक्षा विभाग को कोर्ट आदेशों से रोक रहा है कोई?

गुरुग्राम, 8 मई 2025 – गुरुग्राम के समाजसेवी और इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने शहर में कॉलोनियों, गली-कूचों और आवासीय भवनों में अवैध रूप से संचालित हो रहे स्कूलों पर कार्रवाई न होने पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बिना मान्यता के चल रहे ये स्कूल बच्चों के भविष्य से खुला खिलवाड़ कर रहे हैं और शिक्षा विभाग मात्र मौन दर्शक बना हुआ है।
गुरिंदरजीत सिंह के अनुसार, हरियाणा सरकार के शिक्षा निदेशालय पंचकूला ने ऐसे स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। यहां तक कि माननीय उच्च न्यायालय ने भी राज्य सरकार को अवैध स्कूलों को बंद कराने के स्पष्ट आदेश दिए थे। इसके बावजूद गुरुग्राम में अब तक एक भी स्कूल को न तो नोटिस जारी किया गया है, न ही कोई ठोस कार्रवाई हुई है।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों के पास समय-समय पर शिकायतें पहुंचती रही हैं, बावजूद इसके कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि शिक्षा अधिकारियों ने प्रदेश में 282 अवैध स्कूलों की सूची तैयार की थी और कार्रवाई की बात कही गई थी, लेकिन धरातल पर अब तक कुछ नहीं हुआ।
गुरिंदरजीत सिंह ने आरोप लगाया कि जब गुरुग्राम के निजी स्कूल संचालकों ने एक कमेटी बनाकर स्थानीय विधायक मुकेश शर्मा से मुलाकात की, तो विधायक ने उन्हें आश्वस्त किया कि उनके साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। इसके बाद प्रशासन की कार्रवाई लगभग ठप पड़ गई।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या गुरुग्राम प्रशासन या शिक्षा विभाग किसी दबाव में आकर माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन करने से पीछे हट रहा है? यदि नहीं, तो अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
समाजसेवी ने प्रशासन से मांग की है कि उच्च न्यायालय के आदेशों का सम्मान करते हुए गुरुग्राम में चल रहे सभी बिना मान्यता स्कूलों को तत्काल बंद किया जाए और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण व सुरक्षित शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित किया जाए।