डीसी ने कहा, सरहौल बॉर्डर से मानेसर तक एक्सप्रेसवे के दोनों ओर की सरफेस ड्रेनों की निर्धारित समयावधि में सफाई सुनिश्चित करवाएं एनएचएआई

गुरुग्राम, 14 मई। डीसी अजय कुमार ने बुधवार को गुरुग्राम में जलनिकासी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) और नगर निगम गुरुग्राम के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

डीसी अजय कुमार ने बैठक के दौरान दोनों विभागों से अब तक की कार्य प्रगति रिपोर्ट लेने उपरान्त स्पष्ट निर्देश दिए कि जलभराव से निपटने के लिए चल रहे कार्यों में किसी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने कहा कि जीएमडीए और नगर निगम दोनों विभाग प्रतिदिन की कार्य प्रगति की रिपोर्ट फ़ोटो सहित उनके कार्यालय में भिजवाना सुनिश्चित करें, ताकि कार्यों की निगरानी समयबद्ध व पारदर्शी रूप से की जा सके।

डीसी अजय कुमार ने यह भी कहा कि शहर के कुछ क्षेत्रों में सीवरेज और ड्रेनों में स्थानीय लोग घरों का कूड़ा डाल रहे हैं, जिससे जलनिकासी बाधित हो रही है। उन्होंने नगर निगम को निर्देश दिए कि ऐसे स्थानों की पहचान कर वहां अपने संसाधनों में वृद्धि करें और सफाई की व्यवस्था प्रतिदिन सुनिश्चित की जाए। साथ ही आमजन को इस विषय में जागरूक करने के लिए विशेष अभियान भी चलाया जाए।

इसके अतिरिक्त, डीसी ने जीएमडीए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे एनएचएआई अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करें और सरहौल बॉर्डर से मानेसर तक एक्सप्रेसवे के दोनों ओर की सरफेस ड्रेनों की सफाई कराएं। इस कार्य की फाइनल रिपोर्ट भी समय रहते उनके कार्यालय को भेजी जाए।

डीसी ने कहा कि गुरुग्राम में आगामी बरसात के मौसम को देखते हुए सभी विभाग पूरी तत्परता और समन्वय से कार्य करें, ताकि जलभराव की समस्या को प्रभावी रूप से रोका जा सके। उन्होंने अधिकारियों को फील्ड में सक्रिय रहने और शिकायतों के त्वरित निवारण के निर्देश भी दिए।

बैठक में डीसीपी ट्रैफिक राजेश मोहन, सीईओ जिला परिषद जगनिवास, प्रशिक्षु आईएएस अंकिता सिंघनिया, जीएमडीए के एक्सईएन विक्रम, हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के एडिशनल सीईओ गौरव सिंह, जिला आपदा प्रबंधन से प्रोजेक्ट ऑफिसर पूनम सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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