गुरुग्राम, 16 मई– गुरुग्राम के महाराणा प्रताप स्वर्ण जयंती पार्क (लेज़र वैली) में 15 मई की पावन संध्या एक अद्वितीय और दिव्य उत्सव की साक्षी बनी, जब गीता मनीषी महा मंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज का जन्मोत्सव ‘मंगलोत्सव एवं प्रेरणा दिवस’ के रूप में भव्यता, आध्यात्म और समाज सेवा के संगम के साथ आयोजित किया गया।

संतत्व की छाया में भगवा रंग की अनुपम छटा
इस अलौकिक आयोजन की पहचान बना ‘भगवा’—जो न केवल मंच की सजावट, टेंट की आभा में दिखा, बल्कि 6000 से अधिक श्रद्धालु, शिष्यगण, भक्त, और प्रेमी भी भगवा अंग वस्त्र धारण कर सनातन की गरिमा और गौरव का अनुभव कर रहे थे। मंच पर भगवा धारण किए संतसमाज की उपस्थिति ने वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
सेवा और समर्पण की प्रेरणा
इस कार्यक्रम का उद्देश्य केवल आध्यात्मिक प्रवचनों तक सीमित नहीं था, अपितु समाज सेवा और सहयोग की भावना भी इस समारोह की मूल आत्मा रही। मेदांता हॉस्पिटल के सौजन्य से विशाल स्वास्थ्य शिविर लगाया गया जिसमें 470 रोगियों ने नि:शुल्क परामर्श और औषधियों का लाभ उठाया। अग्रणी फार्मा कंपनी मैनकाइंड फार्मा लिमिटेड ने औषधि वितरण का उत्तरदायित्व निभाया।

इसी क्रम में थैलीसीमिया पीड़ितों हेतु रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया जिसमें 101 रक्तदाताओं ने भाग लिया। विशेष बात यह रही कि इनमें हरियाणा पुलिस के कर्मठ जवानों का उत्साहपूर्ण योगदान रहा।
संतों की दिव्य उपस्थिति: मंच की शोभा
मंच पर विभिन्न संत-समाज की विलक्षण उपस्थिति ने आयोजन को अलौकिक बना दिया। इनमें प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:

स्वामी गुरुशरणानंद जी महाराज (रमन रेती वृंदावन), शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ जी (भानुपुरा), परम पूज्य परमातमानन्द जी (हिंदी हिंदू धर्म आचार्य सभा), स्वामी धर्म देव जी महाराज (हरिमंदिर, पटौदी), अरुण दास जी (जगन्नाथ धाम हरिद्वार), टिकाना सती बाई साई दास जी महाराज, बाबा भूपिंदर सिंह जी महाराज, लोकेश मुनि जी महाराज, स्वामी श्रीनाथ जी महाराज, पूनम माता जी (माँ वैष्णो दरबार, गढ़ी हर सारू)
स्वामी गुरुशरणानंद जी महाराज ने स्वामी ज्ञानानंद जी को तिलक और माल्यार्पण कर उन्हें अंगवस्त्र भेंट किया। इस शुभ अवसर को उन्होंने ‘मंगलोत्सव और प्रेरणा दिवस’ की संज्ञा दी।
राजनीतिक और सामाजिक नेतृत्व की गरिमामयी उपस्थिति

कार्यक्रम में हरियाणा के यशस्वी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा को कई गुना बढ़ा दिया। उनके मंच पर आते ही नेताओं की कतार लग गई।
मुख्य अतिथियों में शामिल रहे:
श्री राजेश नागर (मंत्री, हरियाणा सरकार), श्री श्याम सिंह राणा, श्री कृष्ण कुमार बेदी, श्री गौरव गौतम, श्रीमती रेखा गुप्ता (मुख्यमंत्री, दिल्ली), श्री मोहन लाल बड़ौली (भाजपा प्रदेश अध्यक्ष), श्री ओम प्रकाश धनकड़ (राष्ट्रीय सचिव), श्रीमती राज रानी मल्होत्रा (मेयर, गुरुग्राम), श्री मुकेश शर्मा (युवा विधायक, गुरुग्राम), श्री तेजपाल तंवर (विधायक, सोहना), श्रीमती बिमला देवी (विधायक, पटौदी), श्री मनीष ग्रोवर (पूर्व मंत्री, रोहतक)
संघ परिवार और उद्योग जगत का सक्रिय योगदान

संघ परिवार से प्रांत प्रचारक श्री प्रताप जी, पूर्व प्रचारक श्री विजय जी, श्री पवन जिंदल, महानगर संघ चालक श्री जगदीश ग्रोवर आदि मंच पर शोभायमान रहे। साथ ही, मेदांता हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन और सिस्टॉपिक कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री पी. के. दत्ता की मौजूदगी ने कार्यक्रम में उद्योग और सेवा क्षेत्र के जुड़ाव को दर्शाया।
कविता में राष्ट्रधर्म और आध्यात्म का समर्पण
कार्यक्रम संयोजक बोध राज सीकरी ने माननीय मुख्यमंत्री का परिचय कविता के माध्यम से कराते हुए रामायण के उदाहरणों द्वारा उनके राष्ट्रधर्म निष्ठ भाव को दर्शाया। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह ने संस्कृत में गीता श्लोकों का उच्चारण कर स्वामी ज्ञानानंद जी के गीता प्रचार प्रयासों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी जी ने न केवल उन्हें आध्यात्मिक दिशा दी, बल्कि ईश्वर से मैत्री का पाठ भी पढ़ाया।
आयोजन की सफलता में समर्पित सहयोग
कार्यक्रम की योजना एवं सफलता में कई व्यक्तियों और संस्थाओं की अहम भूमिका रही:
योजना समिति: डॉ. मार्कण्डेय आहुजा, श्री विजय नरूला, श्री मदन मोहन छाबड़ा, श्री प्रदीप मित्तल, श्री किशोर अग्रवाल, श्री वेद टंडन, श्री सुभाष गाबा, श्री गजेंद्र गोसाई
महिला मंडली: श्रीमती उषा भारद्वाज, श्रीमती ज्योत्सना बजाज, डॉ. अलका शर्मा, श्रीमती रचना बजाज, श्रीमती निधि मल्होत्रा, श्रीमती शालू वर्मा, श्रीमती अनिता लूथरा, श्रीमती उपासना, श्रीमती ऊष्मा, श्रीमती सुषमा आर्य
युवा टीम: श्री सौरभ सचदेव, श्री दमन दीवान
धर्म सभा: श्री सुरिंदर खुल्लर (केंद्रीय सनातन धर्म सभा अध्यक्ष), श्री अशोक आर्य (केंद्रीय आर्य सभा प्रधान)
सहयोगी बंधु: श्री किशोरी लाल डुडेजा, श्री रमेश कामरा, श्री युधिष्ठिर अल्मादी
स्वागत सत्कार दल: श्री नरेंद्र चंधोक, श्री सुभाष ग्रोवर, श्री दिनेश नागपाल, श्री नरेंद्र यादव, श्री ओम प्रकाश कथूरिया, श्री प्रमोद सलूजा, श्री गिरिराज ढींगरा, श्री संजीव कुमार, श्री नरेश चावला, डॉ. परमेश्वर अरोड़ा, श्री रमेश मुंजाल
स्थानीय समिति: श्री गोबिंद आहूजा (अध्यक्ष), श्री बलदेव खुराना, श्री सुभाष गाबा, श्री पंकज पाठक, श्री उमा शंकर भारद्वाज, श्री ओम प्रकाश नरूला, श्री दिनेश अरोड़ा
सांस्कृतिक आकर्षण
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण बना महावीर जी संगीतज्ञ की भक्तिपूर्ण गायकी और बाबा चित्र विचित्र जी द्वारा प्रस्तुत सूरों और स्वरों का संगम। दोनों ने भक्तों को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम के अंत में समस्त श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर संतोष एवं कृतज्ञता के भाव से लौटे।
समापन: अध्यात्म और समाज सेवा का संगम
यह आयोजन केवल एक जन्मदिन समारोह नहीं था, यह अध्यात्म, सेवा, समर्पण और सामाजिक सहभागिता का जीता-जागता उदाहरण बनकर उभरा। हर व्यक्ति के मुख पर एक ही भाव था—”अद्भुत और विलक्षण आयोजन”। पर्दे के पीछे समर्पित साधकों जगदीश जी (पिहोवा), शक्ति जी और केशव जी का मार्गदर्शन हमेशा की भांति अडिग रहा।
इस कार्यक्रम ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि जब संतों का मार्गदर्शन, समाज की सेवा और राष्ट्र निर्माण का संकल्प एक साथ आता है, तब इतिहास रचता है।