ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक : रविन्द्र सिंह
तिरंगा : स्वतंत्रता और संप्रभुता का प्रतीक : हनुमान वर्मा

हिसार, 24 मई 2025 – आर्यनगर की पावन धरती पर आज एक भव्य और हृदयस्पर्शी तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया, जो भारतीय सेना के अदम्य साहस, बलिदान और ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक विजय को समर्पित थी। यह यात्रा आर्यनगर मेन बस स्टैंड से शुरू होकर मेवा सिंह बॉक्सिंग एकेडमी पर भावपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई। हनुमान वर्मा के नेतृत्व में आयोजित इस यात्रा में सैकड़ों ग्रामीणों, युवाओं, लड़कियों और बच्चों ने तिरंगे के साथ उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिसने पूरे गांव को देशभक्ति की लहरों से सराबोर कर दिया।
आजाद युवा मंडल आर्यनगर के अध्यक्ष श्री रविन्द्र सिंह ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा, “22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ द्वारा 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर इस कायराना कृत्य का करारा जवाब दिया। यह तिरंगा यात्रा हमारी सेना के शौर्य, देश के गौरव और अखंडता के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता का उत्सव है।

“पूर्व सैनिकों की प्रेरक उपस्थिति
यात्रा को और गौरवमयी बनाने में दो वीर पूर्व सैनिकों, श्री दरिया सिंह फौजी और श्री धर्म सिंह फौजी, की उपस्थिति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्री दरिया सिंह ने 1965 और 1971 के युद्धों में, जबकि श्री धर्म सिंह ने 1971 के युद्ध में देश की रक्षा के लिए अपनी वीरता का परचम लहराया। दोनों ने अपने युद्धकालीन अनुभव साझा किए, जिनमें साहस, बलिदान और देशप्रेम की कहानियों ने उपस्थित जनसमूह की आँखें गर्व से नम कर दीं। उनकी प्रेरक उपस्थिति ने युवाओं में राष्ट्र के प्रति कर्तव्यनिष्ठा की भावना जागृत की।
मेवा सिंह बॉक्सिंग एकेडमी के बच्चों, जिसमें लड़के और लड़कियाँ दोनों शामिल थे, ने तिरंगे को गर्व से थामकर यात्रा को और प्रेरणादायक बनाया। एकेडमी के कोच श्री मेवा सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “हमें अपनी लड़कियों को आत्मरक्षा सिखानी चाहिए, ताकि वे न केवल स्वयं को सुरक्षित रख सकें, बल्कि देश की ताकत बनकर उभरें। यह यात्रा हमें सिखाती है कि शारीरिक और मानसिक सशक्तिकरण के साथ हम अपने देश को और मजबूत बना सकते हैं।

हनुमान वर्मा का ओजस्वी उद्बोधन में कहा, “ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना के अद्वितीय पराक्रम और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी कूटनीति का संगम है। यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का सशक्त संदेश देता है। यह तिरंगा यात्रा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि हमारे राष्ट्र के स्वाभिमान, एकता और अखंड संकल्प का जीवंत चित्रण है।” उन्होंने युवाओं और विशेष रूप से लड़कियों से आह्वान किया कि वे सेना के बलिदान से प्रेरणा लें और राष्ट्र निर्माण में योगदान दें
यात्रा का शुभारंभ आर्यनगर मेन बस स्टैंड पर तिरंगे को गर्व से लहराते हुए हुआ, जहां ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ और ‘जय हिंद’ के नारों ने वातावरण को गुंजायमान कर दिया। गांव के गलियारों और प्रमुख मार्गों से गुजरती यह यात्रा मेवा सिंह बॉक्सिंग एकेडमी पर सम्पन्न हुई, जहां शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बच्चों के नन्हे हाथों में लहराते तिरंगे और युवाओं के जोशीले नारों ने सभी के हृदय को गौरव से भर दिया।
हनुमान वर्मा ने अपने अंतिम संदेश में कहा, “तिरंगा केवल रेशम का एक टुकड़ा नहीं, बल्कि हमारी स्वतंत्रता, शान और संप्रभुता का प्रतीक है। यह यात्रा हर भारतीय के हृदय में देशप्रेम की ज्योति प्रज्वलित करने का संकल्प है।