संविधान हमें अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का भी बोध कराता है : राव नरबीर सिंह
राव ने कहा, युवा शक्ति संविधान का गहन अध्ययन कर एक सशक्त, समरस और प्रगतिशील राष्ट्र बनाने में अपना योगदान दें

गुरुग्राम, 25 मई। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने आज कहा कि हमारा संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि देश की आत्मा है, जो हमें समानता, स्वतंत्रता, न्याय और भाईचारे के आदर्शों की ओर अग्रसर करता है। उन्होंने कहा कि संविधान की प्रस्तावना न केवल नागरिकों को उनके अधिकारों की जानकारी देती है, बल्कि उन्हें सशक्त नागरिक के रूप में समाज के प्रति अपनी भूमिका निभाने हेतु प्रेरित भी करती है। कैबिनेट मंत्री रविवार को गुरुग्राम में अर्टिमिस अस्पताल में राजनीति की पाठशाला संस्था द्वारा आयोजित हमारा संविधान हमारा अभिमान कार्यक्रम को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करने उपरांत उपस्थितजन को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संविधान 26 नवम्बर 1949 को अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया। भारत का संविधान भारत के लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और समतावादी ढांचे को परिभाषित करने वाला आधारभूत दस्तावेज है। पिछले सात दशकों में, इसने राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक परिवर्तनों के माध्यम से राष्ट्र का मार्गदर्शन किया है, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सुनिश्चित किया है – जो भारत के शासन के मूल सिद्धांत हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में जीवन यापन के सभी आवश्यक तत्व समाहित हैं। यह हमें बताता है कि समाज में किस प्रकार संयम, समरसता और सहयोग के साथ जीवन जीया जाए। इसके माध्यम से नागरिक न केवल अपने अधिकारों से परिचित होते हैं, बल्कि अपने कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक बनते हैं। राव ने कहा युवाओं को संविधान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देना आवश्यक है, क्योंकि वे ही राष्ट्र निर्माण के भावी शिल्पकार हैं। उन्होंने सभी उपस्थितों से आह्वान किया कि वे संविधान का गहन अध्ययन करें, उसमें निहित अधिकारों और कर्तव्यों को आत्मसात करें, और भारत को एक सशक्त, समरस और प्रगतिशील राष्ट्र बनाने में अपना योगदान दें। कैबिनेट मंत्री ने इस दौरान प्रखर कवि एवं पूर्व सांसद स्वर्गीय श्रीकांत वर्मा को श्रद्धांजलि भी अर्पित की*
गुरुग्राम को पॉलीथिन मुक्त बनाने हेतु नागरिकों से सहयोग का किया आह्वान
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि गुरुग्राम एक तेज़ी से विकसित होता शहर है, और ऐसे में विकास के साथ उत्पन्न हो रही समस्याओं का समय पर समाधान भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बढ़ते शहरीकरण के चलते पर्यावरण संरक्षण एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है, और इसके समाधान हेतु जनसहभागिता अनिवार्य है। इसी क्रम में उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे ‘पॉलीथिन मुक्त गुरुग्राम अभियान’ में सक्रिय रूप से भाग लें और अपने शहर को स्वच्छ, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने में योगदान करें। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम को हम सब मिलकर ही स्वच्छ, सुंदर और स्वास्थ्यवर्धक बना सकते हैं।
पॉलीथिन के प्रयोग से होने वाले दुष्प्रभावों से बचने के लिए हमें सामूहिक रूप से जागरूकता फैलानी होगी और इसके विकल्पों को अपनाना होगा। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों का जिक्र करते हुए सभी से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए एक पेड़ माँ के नाम अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का आह्वान भी किया।
राव नरबीर सिंह ने कहा कि भारत जनसंख्या की दृष्टि से विश्व में प्रथम स्थान पर पहुंच चुका है, जबकि देश के संसाधन सीमित हैं। तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कारण शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार तथा आवास जैसी मूलभूत आवश्यकताओं पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने युवाओं को शिक्षा और स्वावलंबन के माध्यम से जनसंख्या नियंत्रण की दिशा में भूमिका निभाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर डॉ अजय पांडेय, स्वर्गीय श्रीकांत वर्मा के पुत्र अभिषेक, धीरज कुमार, मीनाक्षी, अनिल सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।