मजबूत महिला संगठन के निर्माण पर दिया जोर

गुरुग्राम, 25 मई 2025। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (AIDWA) गुरुग्राम का छठा जिला सम्मेलन शनिवार को मनोहर नगर धर्मशाला में आयोजित हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता गिरिजा ने की और संचालन भारती ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत जिला अध्यक्ष रामवति द्वारा ध्वजारोहण के साथ की गई, जबकि शोक प्रस्ताव जिला उपप्रधान विधा ने रखा। सम्मेलन के आरंभ में पहलगाम हमले, पुंछ की हिंसा और पिछले तीन वर्षों में दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया।
राज्य अध्यक्ष सविता ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए वर्तमान सामाजिक-आर्थिक और राजनैतिक हालात पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि देश आज महंगाई, बेरोजगारी, भूखमरी, आतंकवाद और बढ़ते अपराध जैसे गंभीर संकटों से जूझ रहा है, जिनका सबसे अधिक प्रभाव महिलाएं और बच्चे झेल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में विफल रही है और अपराध में लिप्त प्रभावशाली लोगों को संरक्षण प्रदान कर रही है। ऐसे हालात में महिलाओं को सशक्त करने और एक मजबूत जनवादी महिला संगठन खड़ा करने की जरूरत पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है।

इस मौके पर रिटायर्ड कर्मचारी संघ के कंवरलाल यादव, धर्मपाल, सीटू नेता मेजर एस.एल. प्रजापति व दिनेश, ज्ञान-विज्ञान समिति से ईश्वर नास्तिक, आंगनवाड़ी संगठन से रानी और मिड डे मील यूनियन से नीतू ने सम्मेलन को शुभकामनाएं दीं।
जिला सचिव रामवति ने तीन वर्ष की कार्य रिपोर्ट और कोषाध्यक्ष उषा सरोहा ने बजट रिपोर्ट पेश की, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया।
सम्मेलन में 15 सदस्यीय नई जिला कमेटी का चुनाव भी संपन्न हुआ:

- रामवति – अध्यक्ष
- भारती – सचिव
- गिरिजा – कोषाध्यक्ष
- विधा व रजनी – उपाध्यक्ष
- उषा व स्नेहलता – सहसचिव
- मोनिका शर्मा, सुशीला दलाल, सरला, चंद्रकला, ओमवति, लीलावती, गीता – सदस्य
इसके अलावा 28-29 जून को जींद में आयोजित होने वाले राज्य सम्मेलन के लिए 24 प्रतिनिधियों का चयन भी किया गया।
सम्मेलन के समापन अवसर पर राज्य महासचिव उषा सरोहा ने कहा कि पहलगाम में हुई नृशंस घटना की निंदा करते हुए यह भी स्पष्ट करना जरूरी है कि आतंकवाद की आड़ में किसी निर्दोष को निशाना बनाना न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि शहीद विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल जैसी महिलाएं आज भी नफरत की राजनीति का शिकार हो रही हैं, जिसे तत्काल रोका जाना चाहिए। उन्होंने संगठन को मजबूत करने का आह्वान करते हुए सम्मेलन का समापन प्रेरणादायक गीतों की प्रस्तुति के साथ किया।