जाट धर्मशाला विकास और सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन पर होगी चर्चा
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
कुरुक्षेत्र, 26 मई। जाट सभा (जाट धर्मशाला) कुरुक्षेत्र का एक प्रतिनिधिमंडल 27 मई को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से चंडीगढ़ स्थित उनके आवास संत कबीर कुटीर में शिष्टाचार भेंट करेगा। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल जाट धर्मशाला के विकास और समाज में फैली कुरीतियों के उन्मूलन को लेकर चर्चा करेगा। बैठक के दौरान राज्यसभा सांसद श्री सुभाष बराला भी प्रतिनिधिमंडल के साथ उपस्थित रहेंगे।
भेंट से पूर्व आज जाट सभा की एक विशेष बैठक जाट धर्मशाला, कुरुक्षेत्र में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता सभा के प्रधान डॉ. कृष्ण श्योकन्द ने की। बैठक में कार्यकारिणी के सभी सदस्य उपस्थित रहे।
डॉ. श्योकन्द ने बताया कि मुख्यमंत्री के समक्ष जाट धर्मशाला के अधोसंरचनात्मक विकास, पारंपरिक कुरीतियों को समाप्त करने और समाज में जागरूकता फैलाने के विषय प्रमुखता से उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए अन्य समाजों के गणमान्य व्यक्तियों का भी सहयोग लिया जाएगा।
बैठक में नाभि कमल मंदिर और जाट सभा के बीच स्थित विवादित भूमि के मुद्दे पर भी चर्चा की गई। इस संबंध में डॉ. श्योकन्द ने भू-माफियाओं को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि वे इस भूमि के निकट कोई अवैध गतिविधि न करें। भूमि विवाद के समाधान के लिए 11 सदस्यीय एक कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें जाट सभा के पुराने और अनुभवी सदस्यों को शामिल किया जाएगा।
डॉ. श्योकन्द ने जाट समाज के लोगों से अपील की कि वे अफवाह फैलाने वालों की बातों में न आएं और संगठन की एकजुटता बनाए रखें। उन्होंने कहा कि जाट सभा का संचालन समाज के वरिष्ठजनों और शिक्षित युवाओं के सहयोग से पारदर्शी और सुचारू रूप से किया जाएगा।
बैठक में बन्नी सिंह ढुल, गंगा बिशन सहारन, बलविंदर संग्रोहा, हरकेश लाल सहारन, होशियार सिंह बारवा, नरेंद्र सिंह नैन, रमेश मलिक, ऋषिपाल नैन, जितेंद्र कुमार कैन्दल, गुरदीप तंवर सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।