गुरुग्राम, 8 जून। हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा गठित नगर निगम आयुक्तों की एक पांच-सदस्यीय समिति ने रविवार को गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का दौरा किया। समिति का स्वागत जीएमडीए के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्वजीत चौधरी ने किया।

यह समिति नगर निगम गुरुग्राम, फरीदाबाद, करनाल, हिसार और सोनीपत के आयुक्तों से मिलकर बनी है। इसे गुरुग्राम, फरीदाबाद और करनाल में स्थापित आईसीसीसी केंद्रों का निरीक्षण कर उनकी कार्यप्रणाली का विस्तृत अध्ययन करने के उद्देश्य से गठित किया गया है। दौरे के दौरान समिति को जीएमडीए के आईसीसीसी की स्थापना प्रक्रिया, परियोजना लागत, और संचालन से संबंधित जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त स्मार्ट सिटी डिवीजन के अधिकारियों द्वारा विभिन्न स्मार्ट सिटी एप्लिकेशनों और डैशबोर्ड्स का प्रदर्शन किया गया। इन एप्लिकेशनों में जन शिकायत निवारण प्रणाली, ट्रैफिक नियंत्रण एवं सिग्नल लाइट्स की निगरानी, जीएमसीबीएल द्वारा संचालित सिटी बस सेवाओं की रीयल-टाइम निगरानी, वायु गुणवत्ता सूचकांक एवं पर्यावरण निगरानी, वन मैप गुरुग्राम पोर्टल, एसटीपी डेटा मॉनिटरिंग तथा गुरुग्राम पुलिस की ऑटो चालान प्रणाली शामिल हैं।

समिति ने विभिन्न विभागों द्वारा आईसीसीसी के प्रभावी उपयोग की प्रशंसा की और कहा कि स्मार्ट सिटी संचालन में डेटा विश्लेषण और इसके व्यावहारिक उपयोग को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। साथ ही, समिति के साथ आए परामर्शदाता ईवाई को निर्देश दिया गया कि वे आईसीसीसी की कार्यप्रणाली का गहन अध्ययन करें और भविष्य के लिए अधिक प्रभावी और एकीकृत समाधान सुझाएं। इस दौरे को स्मार्ट गवर्नेंस की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है, जो अन्य नगर निगमों को भी उन्नत तकनीकी ढांचे अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।

समिति में नगर निगम फरीदाबाद के आयुक्त धीरेंद्र खडगटा, नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया, नगर निगम करनाल की आयुक्त डॉ वैशाली शर्मा, नगर निगम हिसार के आयुक्त नीरज तथा नगर निगम सोनीपत के आयुक्त हर्षित कुमार शामिल हैं।

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