
रेवाड़ी, 9 जून 2025 – कल मंगलवार को कोसली में आयोजित होने वाले प्रतिभा सम्मान समारोह में भाग लेने आ रहे हरियाणा के शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा को लेकर स्वयंसेवी संस्था ‘ग्रामीण भारत’ के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने एक अहम मांग रखी है। विद्रोही ने कहा कि यदि वास्तव में शिक्षा मंत्री अहीरवाल क्षेत्र के प्रतिभाशाली छात्रों और युवाओं को सम्मान देना चाहते हैं, तो उन्हें क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थानों का आधारभूत ढांचा सुधारने और शिक्षकों की समुचित नियुक्ति सुनिश्चित करनी होगी।
“खाली इमारतों और शिक्षकों की कमी में कैसे निखरेगी प्रतिभा?”
वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि रेवाड़ी जिले के सरकारी कॉलेजों और स्कूलों में न केवल शिक्षकों की भारी कमी है, बल्कि कई संस्थानों में पर्याप्त भवन तक मौजूद नहीं हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि रेवाड़ी बॉयज कॉलेज और जाटूसाना का सरकारी कॉलेज आज तक अपने स्थायी भवन से वंचित हैं।
“जब शिक्षा मंत्री स्वयं इस जिले के प्रमुख कॉलेजों को भवन तक नहीं दिला पा रहे, तो फिर किस प्रतिभा के सम्मान की बात की जा रही है?” – वेदप्रकाश विद्रोही
शिक्षा ढांचे में भारी खामियां
विद्रोही ने आगे कहा कि जिले के अधिकांश कॉलेजों में प्रिंसिपल का पद खाली है और शिक्षक नदारद हैं। मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय को भी पिछले दस वर्षों में पर्याप्त बजट नहीं मिला, जिसके चलते उसका विकास रुक गया है।
“जुमलों से नहीं, नीतियों से बदलेगी शिक्षा की तस्वीर”
उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह सिर्फ घोषणाएं और जुमले देती रही है, लेकिन अहीरवाल की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में शिक्षा के आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने की उपेक्षा की गई है।
शिक्षा मंत्री से रोडमैप की मांग
विद्रोही ने शिक्षा मंत्री से स्पष्ट रूप से आग्रह किया कि वे रेवाड़ी दौरे के दौरान जिले की शिक्षा प्रणाली को सुधारने का ठोस रोडमैप और कार्य योजना जनता के सामने रखें।