
गुरुग्राम, 11 जून (अशोक)। गुरुग्राम में बरसात के मौसम ने एक बार फिर नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी है। शहर के महत्वपूर्ण और संवेदनशील स्थल – जिला अदालत परिसर – इन दिनों जलभराव और सीवर ओवरफ्लो की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। परिसर में बारिश का पानी जमा होने के कारण न केवल काई जम गई है, बल्कि बदबू और फिसलन से अधिवक्ताओं, मुवक्किलों और कर्मचारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अदालत जैसी जगह में भी अव्यवस्था!
पूर्व उपाध्यक्ष जिला बार एसोसिएशन जितेंद्र कौशिक ने बताया कि अदालत परिसर और इसके आस-पास के क्षेत्र में सीवर लाइन ओवरफ्लो और जलभराव की समस्या कोई नई नहीं है। उन्होंने बताया कि अदालत प्रबंधन ने अपनी ओर से समस्या के समाधान के प्रयास किए हैं, लेकिन नगर निगम की लापरवाही के चलते हालात जस के तस बने हुए हैं।
“साज-सज्जा के लिए बनाए गए स्थानों पर पानी जमा हो रहा है, जिससे काई जम गई है और दुर्गंध उठ रही है। बारिश के मौसम में यह स्थिति और भी भयावह हो जाती है,” उन्होंने कहा।
प्रशासन से कई बार की शिकायत, समाधान नहीं
अधिवक्ताओं का कहना है कि समस्या को लेकर अदालत प्रबंधन और जिला एवं सत्र न्यायाधीश को भी अवगत कराया गया है। नगर निगम अधिकारियों से भी इस विषय में कई बार संपर्क किया गया, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सका है। अदालत परिसर में आने वाले सैकड़ों लोगों को प्रतिदिन कीचड़, बदबू और फिसलन भरे रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है।
स्वच्छता व्यवस्था भी लचर
सिर्फ जलभराव ही नहीं, अदालत परिसर में सफाई व्यवस्था भी बेहद खराब है। अधिवक्ताओं ने इस ओर जिला प्रशासन से विशेष ध्यान देने की अपील की है। उनका कहना है कि न्याय की संवेदनशील जगहों पर इस प्रकार की गंदगी और अव्यवस्था न केवल सरकारी तंत्र की असफलता को दर्शाती है, बल्कि यह कोर्ट आने वाले लोगों के सम्मान और सुविधा के खिलाफ भी है।
जिला प्रशासन से मांग
बार एसोसिएशन और अधिवक्ताओं ने जिला प्रशासन से अपील की है कि वे सीवर ओवरफ्लो और जल निकासी की समस्या का तुरंत समाधान करें, और अदालत परिसर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए ताकि आमजन, अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों को परेशानी से राहत मिल सके।